कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त संतोष हेगड़े ने धनशोधन के एक मामले में जमानत मिलने के बाद कांग्रेस नेता डी के शिवकुमार का शनिवार को शहर में भव्य स्वागत किये जाने के बीच बिना किसी का नाम लिए कहा कि भ्रष्ट व्यक्तियों के बहिष्कार के बदले उनका सम्मान किया जा रहा है। धनशोधन के एक मामले में जमानत पर दिल्ली की एक जेल से रिहायी के बाद शिवकुमार का यहां भव्य स्वागत किया गया।
उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश हेगड़े ने कहा कि ईमानदार व्यक्तियों का सम्मान ठीक है लेकिन यदि भ्रष्टों का सम्मान हो तो यह गलत है। इस सवाल पर कि जेल से रिहा हुए व्यक्तियों का भव्य स्वागत किया जा रहा है, हेगड़े ने कहा, ‘‘हम यह देख रहे हैं, मैं कोई नाम नहीं लेना चाहता। हम यह न केवल यहां बल्कि अन्य स्थानों पर भी देख रहे हैं। उनका बहिष्कार करने की बजाय, हम उनका सम्मान कर रहे हैं। हमें ऐसे समाज को बदलना होगा।’’
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में समाज में मूल्य स्थापित करने की जरूरत पर बल दिया ताकि लोग परिवर्तन लाने के लिए स्वयं काम करने लगें।
उन्होंने कहा, ‘‘पहले यही समाज भ्रष्टों का बहिष्कार किया करता था, वह बात आज नहीं है..हम देख रहे हैं कि प्रतिदिन क्या हो रहा है।’’ शिवकुमार को प्रवर्तन निदेशालय ने गत तीन सितम्बर को गिरफ्तार किया था और वह बुधवार शाम तिहाड़ जेल से रिहा किये गए। दिल्ली उच्च न्यायालय ने धनशोधन मामले में उन्हें जमानत प्रदान की। प्रदेश भाजपा ने भ्रष्टाचार और धनशोधन मामले में जेल से रिहा किये गए शिवकुमार का भव्य स्वागत करने को लेकर कांग्रेस की मानसिकता पर सवाल उठाया।
कर्नाटक भाजपा ने ट्वीट किया, ‘‘उस राजनीतिक पार्टी की मानसिकता क्या होगी जो भ्रष्टाचार और धनशोधन मामले में जेल से रिहा किये गए अपने नेता का भव्य स्वागत करती है?’’ वोक्कालिगा समुदाय से आने वाले 57 वर्षीय शिवकुमार का बेंगलुरू ग्रामीण के पुराने मैसुरू क्षेत्र, रामनगर, मंड्या और आसपास के क्षेत्रों में अपना आधार है। उनके आगमन पर समर्थकों ने उनका स्वागत फूलों से किया और खुशी में पटाखे भी छोड़े।