कर्नाटक: सीएम सिद्धारमैया ने बीएस येदियुरप्पा पर साधा निशाना, बोले- "कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा को एक राजनीतिक हथकंडा है"
By अनुभा जैन | Published: June 27, 2023 03:00 PM2023-06-27T15:00:40+5:302023-06-27T15:06:50+5:30
कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की सरकार 7 जुलाई 2023 को पेश होने वाला बजट करीब 3.35 लाख करोड़ का बजट पेश करेगी।
बेंगलुरु: मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को पहली बार विधायकों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष बजट का आकार पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई सरकार द्वारा पेश किए गए बजट से कम से कम 25000 करोड़ रुपये अधिक होगा।
सीएम ने बताया कि 7 जुलाई, 2023 को पेश किया जाने वाला बजट लगभग 3.35 लाख करोड़ होगा। कार्यक्रम का आयोजन बेंगलुरु में विधान सभा अध्यक्ष यूटी खादर ने किया था।
गौरतलब है कि पूर्व सीएम बोम्मई ने 3.09 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की पांच चुनावी गारंटी के क्रियान्वयन के प्रावधान के लिए इस वर्ष बजट बढ़ाया जाएगा क्योंकि योजनाओं के लिए सरकार की आवश्यकता सालाना 60 हजार करोड़ रुपये है।
आगामी बजट के लिए, सीएम सिद्धारमैया मजबूत आर्थिक विकास, संसाधन जुटाने, फंड विकास, कल्याणकारी उपाय, कर और कांग्रेस पार्टी की पांच गारंटी योजनाओं का लाभ पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
कांग्रेस सरकार अपनी पांच गारंटी योजनाओं को शुरू करे नहीं तो बीएस येदियुरप्पा द्वारा विधान सौध के सामने ’धरना’ (प्रदर्शन) पर बैठने और सदन (विधानसभा) के अंदर और बाहर ’सत्याग्रह’ करेने की घोषणा पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इसे निर्दोष लोगों का ध्यान भटकाने के लिए एक राजनीतिक हथकंडा बताया।
उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा ने राज्य भाजपा अध्यक्ष के रूप में 2018 के भाजपा घोषणापत्र में कई वादे किए थे लेकिन सीएम बनने के बाद वह उन वादों को या तो पूरा करने में विफल रहे या भूल गये। सिद्धारमैया ने आगे कहा कि येदियुरप्पा को कांग्रेस सरकार पर उंगली उठाने का कोई अधिकार नहीं हैै।
सीएम ने कहा, ’’एचडी देवेगौड़ा कैबिनेट में वित्त मंत्री बनने के बाद मैं सीएम बनने की इच्छा मन में रखने लगा था। जब देवेगौड़ा ने मुझे वित्त पोर्टफोलियो की पेशकश की, तो मैं थोड़ा झिझक रहा था क्योंकि मैं विषय विशेषज्ञ नहीं था और मुझे वित्त का कम ज्ञान था। बाद में, मैंने विषय से परिचित होने के लिए वित्त विशेषज्ञों से बातचीत की। मैंने अपना पहला बजट पेश करने से पहले अर्थशास्त्रियों से चर्चा की।’’
इस अवसर पर उन्होंने नवनिर्वाचित विधायकों से वित्तीय विवरण, बजट की संरचना और कराधान को पढ़ने और समझने का अनुरोध किया। उन्होंने विधायकों से संविधान के सिद्धांतों को समझने और पढ़ने, संसदीय भाषा का ज्ञान प्राप्त करने और विषय विशेषज्ञ बनने का भी आग्रह किया।
सीएम ने कहा, “यदि आप संविधान को नहीं जानते हैं, तो आपके अच्छे सांसद बनने का कोई रास्ता नहीं है।“ उन्होंने नए विधायकों को सदन में नियमित रूप से उपस्थित होने के लिए प्रोत्साहित किया। सत्र में पहली बार चुने गए 69 विधायकों में से 55 ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया।