कर्नाटक: मुख्यमंत्री बोम्मई ने 'नंदिनी बनाम अमूल' विवाद में कांग्रेस को लगाई लताड़, बोले- "राजनीति न करें, हम नंदिनी को नंबर वन बनाएंगे"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 9, 2023 03:47 PM2023-04-09T15:47:30+5:302023-04-09T15:52:43+5:30
कर्नाटक में चल रहे नंदिनी बनाम अमूल विवाद में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि मुझे आश्चर्य है कि विपक्षी दल कांग्रेस इसे मु्द्दा बनाकर शर्मनाम राजनीति कर रही है। हम इस देश में नंदिनी को नंबर वन दुग्ध उत्पाद ब्रांड बनाएंगे।
बेंगलुरु: कर्नाटक में अगले महीने मई में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, इस बीच 'नंदिनी बनाम अमूल' विवाद सत्ताधारी भाजपा और विरोधी दल कांग्रेस के बीच सियासी जंग का मुद्दा बनता जा रहा है। कांग्रेस का आरोप है कि गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड, जो कि अमूल ब्रांड के नाम से दुग्ध उत्पादों का व्यवसाय करती है। उसे कर्नाटक में जबरन थोपा जा रहा है, जबकि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) का नंदिनी ब्रांड राज्य की आवश्यकता के हिसाब से दुग्ध उत्पादन कर रहा है।
विवाद में अब खुद मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने दखल दिया है और आरोप लगाया कि विपक्षी दल कांग्रेस इस मुद्दे पर विशुद्ध राजनीति कर रही है, जिसे नहीं किया जाना चाहिए। वहीं कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा के इशारे पर अमूल ने कर्नाटक में अपने दुग्ध उत्पादों को बेचना का ऐलान किया है क्योंकि सत्ताधारी भाजपा सरकार की मंशा है कि केएमएफ के नंदिनी ब्रांड को खत्म कर दिया जाए।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, "मुझे आश्चर्य है कि विपक्षी दल कांग्रेस इसे मु्द्दा बनाकर शर्मनाम राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा, "कोई भी अमूल ब्रांड को लेकर दशहत में न रहे। हम कर्नाटक के ब्रांड नंदिनी को और अधिक लोकप्रिय और प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए कदम उठा रहे हैं। हम इस देश में नंदिनी को नंबर वन दुग्ध उत्पाद ब्रांड बनाएंगे।"
सीएम बोम्मई के अलावा सूबे के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि भाजपा सरकार राज्य के दुग्ध उत्पादकों को सब्सिडी दे रही है। सब्सिडी के तहत दुग्ध उत्पादकों को प्रति लीटर दूध के लिए 5 रुपये दिए जा रहे हैं। सब्सिडी सिस्टम को इस तरह से बनाया गया है कि राज्य के दुग्ध उत्पादकों को केएमएफ की आय से सीधा लाभ मिल रहा है।
इसके साथ ही मंत्री सुधाकर ने कहा, "सभी लोग इस बात को अच्छे से समझ लें कि नंदिनी ब्रांड केवल कर्नाटक तक ही सीमित नहीं है। नंदिनी का दूध आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में सप्लाई होता है। नंदिनी के असाला अन्य ब्रांडों को भी कर्नाटक में लंबे समय से बेचा जा रहा है। क्या किसी को यह लगता है कि अमूल भाजपा का ब्रांड है और नंदिनी कांग्रेस का ब्रांड है। अगर ऐसा लगता है तो यह हास्य का विषय हो सकता है।"
मालूम हो कि विधानसभा चुनाव में भाजपा को लगभग हर मुद्दे पर घेरने वाली कांग्रेस ने अमूल सहित और अन्य दुग्ध उत्पादों की बिक्री के खिलाफ राज्य में एक अभियान शुरू किया है। विपक्षी नेता और पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर कर्नाटक के नंदिनी ब्रांड को बंद करने की तैयारी की जा रही है, जो कि कर्नाटक के दुग्ध उत्पादकों की जीवन रेखा है।
वहीं कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने बोम्मई सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने दुग्ध उत्पादकों की आखों में धूल झोंक रही है और कर्नाटक की जनता पर अमूल ब्रांड को थोप रही है। इसका सीधा उद्देश्य गुजरात की प्रगति है और कर्नाटक के ब्रांड नंदिनी को खत्म करना है।