कर्नाटक: "कांग्रेस की एटीएम सरकार पूरी तरह से बेनकाब हो गई", भाजपा नेता ने आईटी द्वारा बेंगलुरु में ठेकेदार से 42 करोड़ रुपये की जब्ती पर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 17, 2023 03:36 PM2023-10-17T15:36:04+5:302023-10-17T15:41:47+5:30
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आयकर अधिकारियों द्वारा बीते 13 अक्टूबर को एक ठेकेदार के घर से 42 करोड़ रुपये जब्त किए जाने के बाद से विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी सत्तासीन कांग्रेस पर हमलावर है।
बेंगलुरु:कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आयकर अधिकारियों द्वारा बीते 13 अक्टूबर को एक ठेकेदार के घर से 42 करोड़ रुपये जब्त किए जाने के बाद से विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी सत्तासीन कांग्रेस पर हमलावर है। भाजपा नेता अश्वथ नारायण ने मंगलवार को सिद्धारमैया सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "सूबे में इस समय एटीएम सरकार है और आईटी रेड से अब वो पूरी तरह से बेनकाब हो गई है।"
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार विपक्षी दल भाजपा ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में कांग्रेस की सत्ता आने के बाद भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। पार्टी ने सिद्धारमैया सरकार के भ्रष्टाचार को लेकर बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन भी किया। पिछले विधानसभा चुनाव में सत्ता गंवाने वाली भाजपा ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ विरोध जताने के लिए एक नकली एटीएम मॉडल लेकर प्रदर्शन किया। जिस पर 'कर्नाटक कांग्रेस-एटीएम सरकार' लिखा हुआ था।
भाजपा नेता अश्वथ नारायण ने कहा, "कर्नाटक में कांग्रेस का मतलब ही भ्रष्टाचार हो गया है। सत्ता में आने के बाद से कांग्रेस लगातार राज्य को लूटने का काम कर रही है। वे यहीं से 5 राज्यों में चुनावों के लिए धन इकट्ठा करने के लिए ठेकेदारों से वसूली कर रही है। यह एक एटीएम सरकार है।"
उन्होंने कहा, "कांग्रेस आज आईटी छापों से पूरी तरह बेनकाब हो गई है। डिप्टी सीएम शिवकुमार बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं, जबकि खुद कांग्रेस और शिवकुमार भ्रष्टाचार के ट्रेडमार्क हैं। हम सरकार से इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। राज्य की जनता सच्चाई जानना चाहती है।"
वहीं दूसरी ओर भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि भाजपा के लोग बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी में बरामद हुआ पैसे से कांग्रेस सरकार का कोई संबंध नहीं है।
इसके साथ ही डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि आयकर विभाग ने उस भ्रष्टाचार का खुलासा किया है जो पूरी तरह से बीजेपी का है।
डीके शिवकुमार के बयान के उलट भाजपा के वरिष्ठ नेता और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेते हुए कहा, "कर्नाटक में सत्तारूढ़ दल द्वारा भ्रष्टाचार और धन संग्रह करना जनता को अस्वीकार्य है। व्यावहारिक रूप से आईटी द्वारा की गई छापेमारी में करोड़ों रुपये जब्त किए गए हैं। इसमें जांच की जरूरत है। इसलिए हम मांग करते हैं कि मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए। उस व्यक्ति का पता लगाएं जो इसके पीछे है।''
मालूम हो कि आयकर अधिकारियों ने इससे पूर्व 13 अक्टूबर को बेंगलुरु शहर में एक पूर्व नगरसेवक से जुड़े आवास पर छापेमारी की थी और 23 डिब्बों में छिपाकर रखे गये 42 करोड़ रुपयों को जब्त किया था।
जांच से जुड़े अधिकारियों के अनुसार नकदी को डिब्बों में पैक किया गया था और पार्षद के स्वामित्व वाले एक फ्लैट के बिस्तर के नीचे छुपाया गया था। आईटी अधिकारियों ने पूर्व नगरसेवक से जुड़े पांच स्थानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी से भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बहस छिड़ गई थी और बीजेपी ने आरोप लगाया कि यह पैसा कांग्रेस के अवैध फंड का हिस्सा था, जिसका इस्तेमाल वह तेलंगाना और चार अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में प्रचार के लिए करेगी।