बेल्लारीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पर हमला किया। पीएम ने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में ढेर सारे झूठे वायदे हैं। कांग्रेस का घोषणा पत्र मतलब तालाबंदी और तुष्टिकरण का बंडल है। अब तो कांग्रेस की हालत इतनी बुरी है कि उनके पैर कांप रहे हैं और इसलिए कांग्रेस को मेरे जय बजरंग बली बोलने पर भी आपत्ति होने लगी है।
आजादी के बाद से ही कांग्रेस ने देश की व्यवस्थाओं के साथ ही देश की राजनीति को भी भ्रष्ट करने का काम किया है। बीते कुछ वर्षों में कांग्रेस ने भारत की राजनीति में एक और बीमारी पैदा कर दी है। चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस पैसों के दम पर अपने इको सिस्टम के दम पर झूठे नैरेटिव गढ़ती है। कांग्रेस की कोशिश होती है कि ऐसा करके वे जनता को भ्रमित कर दें।
बीते कुछ वर्षों में आतंकवाद का एक और भयानक स्वरूप पैदा हो गया है। बम, बंदूक और पिस्तौल की आवाज तो सुनाई देती है लेकिन समाज को भीतर से खोखला करने की आतंकी साजिश की कोई आवाज नहीं होती। ऐसी ही आतंकी साजिश पर बनी फिल्म 'द केरल स्टोरी' की इन दिनों काफी चर्चा है। कहते हैं कि केरल स्टोरी सिर्फ एक राज्य में हुई आतंकवादियों की नीति पर आधारित है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कर्नाटक को देश का नंबर वन राज्य बनाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था, लॉ एंड ऑर्डर सबसे प्रमुख आवश्यकता है। कर्नाटक का आतंकवाद से मुक्त रहना भी उतना ही जरूरी है। भाजपा हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ कठोर रही है। जब भी आतंकवाद पर कार्रवाई होती है कांग्रेस के पेट में दर्द होने लगता है।
मोदी ने फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को लेकर जारी विवाद का उल्लेख करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह समाज को तहस-नहस करने वाली ‘आतंकी प्रवृत्ति’ के साथ खड़ी नजर आ रही है। यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने यह आरोप भी लगाया कि कांग्रेस आतंकी प्रवृत्ति वालों से पिछले दरवाजे से राजनीतिक सौदेबाजी तक कर रही है।
‘द केरल स्टोरी’ को आतंकवादियों की छद्म नीतियों की साजिशों पर आधारित फिल्म करार देते हुए मोदी ने कहा कि यह फिल्म केरल में चल रही आतंकी साजिश का खुलासा करती है। उन्होंने कहा, ‘‘देश का दुर्भाग्य देखिए। कांग्रेस आज समाज को तहस-नहस करने वाली इस आतंकी प्रवृत्ति के साथ खड़ी नजर आ रही है।
येदियुरप्पा जी और बोम्मई जी के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार को सिर्फ साढ़े तीन साल सेवा का मौका मिला है। जब यहां कांग्रेस की सरकार थी तब उसने कर्नाटक के विकास के बजाय भ्रष्टाचार को ही प्राथमिकता दी। इसका कारण क्या था? इसे खुद उनके पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने बताया था कि अगर उनकी सरकार दिल्ली से 100 पैसा भेजती है तो 15 पैसा ही गरीब तक पहुंचता है।
एक तरह से उन्होंने खुद ही मान लिया था कि कांग्रेस 85% कमीशन वाली पार्टी है। सूडान में गृह युद्ध की स्थिति ऐसी है कि बड़े-बड़े देशों ने भी अपने नागरिकों को वहां से निकालने से मना कर दिया था लेकिन भारत सरकार अपनी कोशिशों में लगी हुई थी। हमने ऑपरेशन कावेरी चलाया और ऐसी-ऐसी जगहों से हमारे लोगों को वापस लाए जहां विमान तक उतरना मुश्किल हो रहा था और ऐसे मुश्किल समय में कांग्रेस ने देश का साथ नहीं दिया।