Karnataka Assembly Elections 2023: एचडी कुमारस्वामी अस्पताल में भर्ती, लगातार रैली करने से बिगड़ी तबियत
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 23, 2023 09:01 AM2023-04-23T09:01:26+5:302023-04-23T09:06:10+5:30
कर्नाटक में जनता दल सेक्यूलर के विधायक दल के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के छोट बेटे कुमारस्वामी को अचानक बुखार के बाद शनिवार देर रात बेंगलुरू के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को अचानक बुखार के बाद शनिवार देर रात बेंगलुरू के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जानकारी के अनुसार जनता दल सेक्यूलर के विधायक दल के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के छोट बेटे कुमारस्वामी बीते कुछ दिनों से लगातार विधानसभा चुनाव में व्यस्त थे और कई सारी रैलियां करने के कारण उनके शरीर पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ा है, जिसके कारण वो अस्वस्थ्य हो गये हैं।
इस संबंध में जेडीएस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पार्टी विधायक दल के नेता कुमारस्वामी राज्य भर में बिना रुके रैलियां करने के कारण लगातार बुखार की चपेट में थे, बीते शनिवार को उनकी तबियत कुछ ज्यादा खराब हो गई। जिसके कारण उसके सारे चुनावी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया और रात में वो बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गये हैं।
पार्टी की ओर से कहा गया है कि रविवार और आगे के उनके सारे कार्यक्रम तब तक स्थगित रहेंगे, जब तक कि डॉक्टर उन्हें पूरी तरह से स्वस्थ्य न होने की घोषणा कर दें। पार्टी ने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वो कुमारस्वामी के स्वास्थ्य की चिंता न करें, वो बेहतर इलाज ले रहे हैं और जल्द ही स्वस्थ्य होकर जनता के बीच वापस चुनावी सभाओं में दिखाई देंगे।
मालूम हो कि एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक की दूसरी सबसे प्रभावशाली समुदाय वोक्कालिगा से आते हैं, जिसकी आबादी 12 से 15 फीसदी बताई जाती है। कुमारस्वामी की पार्टी जेडीएस मैसूर कर्नाटक क्षेत्र में अच्छाखासा प्रभाव रखते हैं। जहां तक सियासी रसूख की बात है तो कुमारस्वामी की पार्टी जेडीएस सूबे में भाजपा और कांग्रेस के बाद तीसरे पायदान पर आती है।
मौजूदा विधानसभा चुनाव में जेडीएस ने राज्य की कुल 224 विधानसभा की सीटों में से 208 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है, जिसमें 28 ऐसे उम्मीदवार हैं, जो भाजपा और कांग्रेस से बगावत करके जेडीएस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इस लिहाज से 2023 का विधानसभा चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है और ऐसा लगता है कि जेडीएस भाजपा और कांग्रेस से आने वाले नेताओं के जरिये दोनों को मात देने की फिराक में है।
राज्य के चुनाव को बेहद नजदीक से देखने वाले चुनावी विशेषज्ञों का कहना है कि जेडीएस अपने जनाधार के साथ कांग्रेस और भाजपा के बागी नेताओं को साथ लेकर उनके भी वोटबैंक में सेंधमारी का पुख्ता इंतजाम कर रही है। जेडीएस को 28 बागी नेताओं को अपने टिकट पर चुनाव लड़ाने का फायदा उन निर्वाचन क्षेत्रों में मिलने की उम्मीद है, जहां पार्टी की मौजूदगी दूसरे या तीसरे पायदान पर होती है। कांग्रेस और भाजपा को उन्हीं के बागियों के हाथों चित करने का दांव जेडीएस ने बीते एक महीने में खेला है और 28 बागियों को साथ लाकर दोनों दलों के लिए भारी परेशानी खड़ी कर दी है।