कर्नाटक निकाय चुनाव न केवल कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) के लिए बल्कि मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के लिए भी ख़ुशख़बरी लेकर आये हैं।
कर्नाटक विधान सभा चुनाव में जेडीएस के साथ मिलकर चुनाव-पूर्व गठबन्धन करने वाली बीएसपी को निकाय चुनाव में नौ सीटों पर जीत मिली है।
बीएसपी ने कोलेगल नगर पालिका (सीएमसी) की 30 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें से नौ सीटों पर उसे जीत मिली।
बहुजन समाज पार्टी ने इसी साल हुए कर्नाटक विधान सभा चुनाव में राज्य में एक सीट पर जीत हासिल की थी। कोलेगल विधान सभा सीट से बीएसपी के एन महेशन न केवल चुनाव जीते बल्कि एचडी कुमारस्वामी सरकार में मंत्री भी बनाये गये।
कोलेगल नगरपालिका में जेडीएस एक भी सीट नहीं जीत सकी। कांग्रेस को 11 सीटों पर जीत मिली और बीजेपी को छह सीटों पर। चार सीट निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में गयी।
कर्नाटक के शहरी नगर निकाय (यूएलबी) में बीएसपी ने कुल 13 सीटों पर जीत हासिल की है।
बीएसपी ने मैसूर नगरपालिका में भी एक सीट जीतकर अपना खाता खोला। बीएसपी को चामराजनगर सीएमसी (शहर नगर निकाय), कलबुर्गी ज़िले के चिंचोली टीएमसी (तालुका नगर निकाय) में एक सीट और मैसूर ज़िले के एचडी कोटे टीएमसी में एक सीट जीती।
बीजेपी भी ख़ुश, कांग्रेस-जेडीएस भी ख़ुश
कर्नाटक के शहरी नगर निकाय की कुल 2664 सीटों में से कांग्रेस को 982, बीजेपी को 929 और जेडीएस को 375 सीटों पर जीत मिली। अन्य दलों और निर्दलीयों को कुल 329 सीटों पर जीत मिली। कर्नाट के 102 शहरी क्षेत्रों की इन सीटों के लिए 31 अगस्त को मतदान हुआ था। कर्नाटक नगर निकाय चुनाव के परिणाम तीन सितम्बर को आये।
नगर निकाय चुनाव में जीत के बाद कर्नाटक के सीएम और जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि इस चुनाव ने दिखा दिया है कि मतदाताओं ने अब शहरी क्षेत्रों में भी बीजेपी को नकारना शुरू कर दिया है। वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि कांग्रेस-जेडीएस की सीटों की संख्या में कमी से साफ होता है कि जनता उनके 'नापाक' गठबन्धन के ख़िलाफ़ है।
कर्नाटक निकाय चुनाव में अखिलेश यादव के लिए ख़ुशख़बरी
कर्नाटक नगर निकाय चुनाव उत्तर प्रदेश के एक अन्य राजनीतिक दल के लिए ख़ुशख़बरी लेकर आये हैं।
अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को भी कर्नाटक नगर निकाय चुनाव में चार सीटों पर जीत मिली है।
समाजवादी पार्टी को चार उम्मीदवारों को तालुका नगर पालिका सीटों पर जीत मिली है।
जाहिर है चाचा शिवपाल यादव की बग़ावत से परेशान यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश को कर्नाटक में भी समाजवादी पार्टी का झण्डा लहराने से थोड़ी राहत मिली होगी।
पिछले कुछ सालों से अखिलेश से नाराज चल रहे शिवपाल यादव ने समाजवादी मोर्चा बनाकर यूपी की सभी 80 लोक सभा सीटों से 2019 में आम चुनाव में उतरने का ऐलान किया है।