कैराना उपचुनावः बीजेपी ने खेला इमोशनल कार्ड, दोनों उम्मीदवारों के नाम घोषित, सपा-बसपा-रालोद दिखाएंगी दम
By खबरीलाल जनार्दन | Published: May 8, 2018 04:45 PM2018-05-08T16:45:26+5:302018-05-08T16:45:26+5:30
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने दिवंगत सांसद हुकुम सिंह की पुत्री मृगांका सिंह को कैराना लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया।
लखनऊ, 8 मईः भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने दिवंगत सांसद हुकुम सिंह की पुत्री मृगांका सिंह को कैराना लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया। जबकि नूरपुर विधानसभा सीट से स्वर्गीय लोकेंद्र सिंह की पत्नी अवनी सिंह को मैदान में उतारने का फैसला किया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि कैराना लोकसभा उपचुनाव में राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) की प्रत्याशी तबस्सुम हसन को समाजवादी पार्टी ने समर्थन देना तय किया है। गौरतलब है कि रालोद के टिकट पर सपा की मदद से कैराना लोकसभा उपचुनाव लड़ने जा रहीं तबस्सुम बेगम कल सपा से ही रालोद में शामिल हो गयीं थी।
जबकि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नूरपुर विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव में नईमुल हसन को पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया है। रालोद के प्रान्तीय अध्यक्ष मसूद अहमद बताया कि उनकी पार्टी ने कैराना उपचुनाव के लिये तबस्सुम बेगम को टिकट देने का फैसला किया है। इसके लिये तबस्सुम औपचारिक रूप से सपा से रालोद में शामिल हो गयी हैं।
नूरपुर विधानसभा सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के लोकेंद्र सिंह को 79 हजार वोट प्राप्त हुये थे जबकि सपा के नईमुल हसन को 66 हजार 436 वोट मिले थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में कैराना सीट पर हुकुम सिंह को पांच लाख 65 हजार वोट मिले थे जबकि उनके प्रतिद्वन्दी सपा के नाहिद हसन को तीन लाख तीस हजार वोट मिले थे। (जरूर पढ़ेंः गोरखपुर ऑक्सीजन हादसाः आठ महीने बाद जेल से बाहर आए डॉक्टर कफील, सुनाई आपबीती)
कैराना लोकसभा सीट भाजपा सांसद हुकुम सिंह के निधन के बाद तथा नूरपुर विधानसभा सीट लोकेंद्र सिंह के निधन के बाद खाली हुई थी। कैराना और नूरपूर में होने वाले दोनों उपचुनाव के नतीजे सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्ष के लिये काफी महत्वपूर्ण होंगे।
28 को होंगे कैराना लोकसभा और नूरपूर विधानसभा में उपचुनाव
कैराना और नूरपूर सीटों पर 28 मई को उप चुनाव होना है और 31 मई को मतगणना होगी। नामांकन प्रक्रिया आरंभ हो गयी है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस ने कैराना उपचुनाव से पहले शामली जिले में उप्र हरियाणा सीमा पर दो जांच चौकियों से एक करोड़ रुपये की शराब जब्त करने का दावा किया है। कैराना लोकसभा सीट के 28 मई को होने वाले उपचुनाव से दिनों पहले शराब की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए 48 घंटे का अभियान चलाया गया था।
गोरखपुर-फूलपुर में सपा-बसपा ने बीजेपी को चटाई थी धूल
इस साल मार्च में हुए लोकसभा उपचुनाव में योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर और आजादी के बाद पहली बाद फूलपूर जीतने वाली बीजेपी दोनों ही सीटें गंवा दी थी। इस मैदान में बीजेपी को टक्कर देने के लिए सपा को बहुजन समाज पार्टी ने 25 साल की दुश्मनी भुलाकर समर्थन दिया था।
चुनाव से पहले 1300 से ज्यादा शराब के कार्टन बरामद
अतिरिक्त पुलिस उपाधीक्षक श्लोक कुमार के मुताबिक , पुलिस ने 1300 से ज्यादा शराब के कार्टन जब्त किए और इस बाबत तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। शराब तस्करी कर हरियाणा से उत्तर प्रदेश लाई जा रही थी।
कैराना में यमुना जांच चौकी पर शराब के 331 कार्टन जब्त किए गए जिसकी कीमत 30 लाख रुपये है जबकि झिनझना थाना क्षेत्र के तहत आने वाले बिदोली जांच चौकी से शराब के 1000 कार्टन जब्त किए गए जिसकी अनुमानित कीमत 70 लाख रुपये है। (जरूर पढ़ेंः उपचुनाव 2018: देखें किस सीट पर किसको मिला कितना वोट, अररिया में RJD ने BJP को 61 हजार वोटों से हराया)
शराब के कार्टन ले जा रहे दो ट्रकों को भी जब्त किया गया है। उधर , क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार तिवारी ने बताया कि पुलिस ने कल एक कार से 12 लाख रुपये से ज्यादा नकदी जब्त की है। यह कार हरियाणा से कैराना आ रही थी।
तिवारी ने बताया कि दो व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। नकदी जब्त को लेकर आयकर विभाग को भी सूचित कर दिया गया है।