केंद्र पर हमलावर हुए कपिल सिब्बल, ट्वीट कर कहा- ये सरकार जो कुछ करती है उसपर अब कोई आश्चर्य नहीं
By मनाली रस्तोगी | Published: October 18, 2022 10:47 AM2022-10-18T10:47:34+5:302022-10-18T10:49:35+5:30
गुजरात सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि गृह मंत्रालय ने बिलकिस बानो के सामूहिक बलात्कार और उसके परिवार के सात सदस्यों की हत्या के लिए 2008 में उम्रकैद की सजा पाए 11 दोषियों की जल्द रिहाई को मंजूरी दी थी।

केंद्र पर हमलावर हुए कपिल सिब्बल, ट्वीट कर कहा- ये सरकार जो कुछ करती है उसपर अब कोई आश्चर्य नहीं
नई दिल्ली: बिलकिस बानो गैंगरेप मामले में 11 दोषियों को छूट देने के अपने फैसले का बचाव करते हुए सोमवार को भाजपा नीत गुजरात सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया था। इस हलफनामे में गुजरात सरकार ने कहा था कि दोषियों को छूट दी गई क्योंकि उन्होंने जेल में 14 साल पूरे कर लिए थे और उनका व्यवहार अच्छा पाया गया था। वहीं, अब विपक्ष सरकार पर लगातार हमला कर रहा है।
इसी क्रम में राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने मंगलवार को केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि ये सरकार जो करती है उसपर अब उन्हें आश्चर्य नहीं होता। उन्होंने लिखा, "डीवाई चंद्रचूड़ अगले सीजेआई। ये सरकार जो करती है उस पर अब कोई आश्चर्य नहीं: बलात्कारियों-हत्यारों को छूट देना। अदालत जो करती है उससे अब कोई आश्चर्य नहीं: शनिवार को विशेष सुनवाई में बरी रहता है। चंद्रचूड़ के सत्ता में आने पर क्या कोई नया सवेरा होगा?"
D Y Chandrachud
— Kapil Sibal (@KapilSibal) October 18, 2022
Next CJI
Not surprised any more at what this government does : Granting remission to rapists-murderers
Not surprised any more by what the court does : Stays acquittal in a special hearing on a Saturday
Will there be a new dawn when Chandrachud J takes over ?
बता दें कि जस्टिस धनंजय वाई चंद्रचूड़ सोमवार को देश के 50वें प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) नियुक्त किए गए और नौ नवंबर को पद की शपथ लेंगे। वहीं, गुजरात सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि बिलकिस बानो सामूहिक दुष्कर्म मामले में 11 दोषियों को माफी देने के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी ली गयी थी। गुजरात सरकार ने कहा कि चूंकि इस मामले में जांच सीबीआई ने की थी तो उसने केंद्र से दोषियों को माफी देने की मंजूरी देने के लिए उचित आदेश ले लिए थे।