कानपुर में दर्दनाक घटना, मां-बेटी घर में जिंदा जले, परिवार का आरोप- अतिक्रमण हटाने गई प्रशासन की टीम ने लगाई आग
By विनीत कुमार | Published: February 14, 2023 11:49 AM2023-02-14T11:49:33+5:302023-02-14T14:39:27+5:30
कानपुर में एक गांव में अतिक्रमण हटाने गई टीम पर लोगों के घरों में आग लगाने के आरोप लगे हैं। इस घटना में मां-बेटी की मौत हो गई है। स्थानीय पुलिस ने कल दावा किया था दोनों ने खुद को आग लगाई।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में एक दर्दनाक घटना सामने आई है जहां अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान 45 साल की महिला और उसकी 20 वर्षीय बेटी की आग में जलकर मौत हो गई। घटना सोमवार की है।
परिवार का आरोप है कि जब दोनों महिलाएं अंदर थीं तो पुलिस ने उनकी झोपड़ी में आग लगा दी। वहीं, स्थानीय पुलिस ने कल दावा किया था कि दोनों ने खुद को आग लगा ली, लेकिन राज्य पुलिस ने अब 13 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
आरोपितों में सबडिविजनल मजिस्ट्रेट, स्थानीय थाना प्रभारी और बुलडोजर ऑपरेटर शामिल हैं। उन पर हत्या के प्रयास और जानबूझकर चोट पहुंचाने का भी आरोप लगाया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना जिले के रूरा क्षेत्र के मडौली गांव में हुई जहां पुलिस, जिला प्रशासन और राजस्व अधिकारी एक 'ग्राम समाज' या सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने गए थे। दूसरी ओर ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी सुबह बुलडोजर लेकर पहुंचे थे और उन्हें पहले से कोई नोटिस भी नहीं दिया गया था।
परिवार का आरोप- अतिक्रमण हटाने आई टीम ने लगाई आग
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मृतक के परिजन शिवम दीक्षित ने बताया, उन्होंने आग लगाना शुरू किया जबकि लोग घरों के अंदर थे। हम भागने वाले थे। उन्होंने हमारे मंदिर तोड़े। किसी ने कुछ नहीं किया, यहां तक जिला मजिस्ट्रेट ने भी कुछ नहीं किया। सभी भाग गए और किसी ने मेरी मां को बचाने की कोशिश नहीं की।'
इससे पहले स्थानीय पुलिस ने कल दावा किया था कि प्रमिला दीक्षित और उनकी बेटी नेहा ने ही खुद को आग लगा ली थी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि थाना प्रभारी दिनेश गौतम और प्रमिला के पति दोनों को बचाने की कोशिश में झुलस गए।
वहीं, एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने कहा, 'हमें जो पता चला है, कि एक महिला और उसकी बेटी ने खुद को झोपड़ी के अंदर बंद कर लिया और आग लगा ली, जिससे उनकी मौत हो गई। हम मौके पर पहुंच गए हैं। संबंधित सभी अधिकारी भी यहां हैं। हम जांच करेंगे और अगर कुछ गलत हुआ है तो हम दोषी को नहीं छोड़ेंगे।'
मूर्ति ने कहा, 'जब भी कोई अतिक्रमण रोधी अभियान होता है तो इसका वीडियो बनाया जाता है। हमने वीडियो मांगा है और इसकी जांच करेंगे।'
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल
इस बीच मौत के बाद इलाके में ग्रामीणों और पुलिस के बीच तनाव है। ग्रामीणों द्वारा पुलिस पर ईंट और पत्थर फेंके जाने की भी बात सामने आई है।
वहीं, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानपुर जोन) आलोक सिंह ने डिविजनल कमिश्नर राज शेखर के साथ ग्रामीणों को शांत करने के लिए गांव का दौरा किया। आला अधिकारियों का कहना है कि जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शेखर ने कहा है कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा, 'यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हम परिवार के साथ हैं। हम इसके लिए जिम्मेदार लोगों को नहीं बख्शेंगे।'