कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में प्रसिद्ध रेस्तरां 'बाबा बिरयानी' की छह दुकानों को जिला प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया है। कानपु़र के डीएम ने जानकारी दी कि टेस्ट में रेस्तरां के खाने के सैंपल फेल साबित हुए इसलिए ये फैसला लिया गया। उन्होंने बताया, 'विभिन्न खाद्य दुकानों से भोजन के नमूने लिए गए थे और आगरा में परीक्षण के लिए उसे भेजा गया था। रिपोर्ट में 6 दुकानों के नमूने इंसानों के खाने के लिए लिए अनुपयुक्त पाए गए। इसके आधार पर उनके लाइसेंस रद्द किए गए हैं।'
इससे पहले पिछले हफ्ते ही इस रेस्तरां के मालिक मुख्तार उर्फ बाबा बिरयानी को कानपुर में हिंसा के मामलों की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने गिरफ्तार कर लिया था। मुख्तार घातक हथियारों के साथ दंगा और हिंसा करने के तीन मामलों में बेकनगंज पुलिस थाने में नामजद है।
गौरतलब है कि पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा की कथित विवादित टिप्पणी को लेकर कानपुर में तीन जून को हिंसा भड़क गई थी। मुख्तार की गिरफ्तारी तीन जून की हिंसा के मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी के बयान के आधार पर की गई।
हाशमी ने पूछताछ में कबूला था कि उसके संगठन को मुख्तार उर्फ बाबा बिरयानी, नामी बिल्डर हाजी वासी और अन्य लोगों से पैसे मिलते है। एसआईटी ने मौलाना मोहम्मद अली (एमएमए) जौहर फैन्स एसोसिएशन के मुखिया हाशमी को कथित फंडिग के संबंध में पूछताछ और बयान लेने के लिए मुख्तार को बुलाया था।
एसआईटी ने कर्नलगंज पुलिस थाना में मुख्तार से चार घंटे पूछताछ की और फिर मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। मुख्तार उर्फ बाबा बिरयानी के रेस्तरां चेन कानपुर के अलावा लखनऊ, प्रयागराज, बरेली, मुंबई और गोवा समेत कई शहरों में मौजूद हैं।