Kanchanjunga Express Accident: कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन हादसे पर जहां रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सिलीगुड़ी में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज पहुंचकर घायलों से मुलाकात की। वहीं, इस रेल हादसे को लेकर विपक्ष हमलावर हो गई है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि पश्चिम बंगाल में कंचनजंगा एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है।
सभी शोकाकुल परिजनों को मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र से शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। सरकार को सभी पीड़ितों या उनके परिवारों को तुरंत पूरा मुआवजा देना चाहिए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि राहत और बचाव प्रयासों में हर संभव सहायता प्रदान करें। विगत 10 वर्षों में रेल दुर्घटनाओं में हुई वृद्धि सीधा-सीधा मोदी सरकार के कुप्रबंधन और उपेक्षा का नतीजा है, जिसमें आए दिन यात्रियों के जान-माल का नुकसान होता है।
आज की दुर्घटना इसी वास्तविकता का एक और उदाहरण है - एक ज़िम्मेदार विपक्ष के रूप में हम इस भयावह नजरंदाज़ी पर सवाल उठाते रहेंगे और मोदी सरकार को इन दुर्घटनाओं पर जवाबदेह बना कर रहेंगे। कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में रेल दुर्घटनाओं में जो वृद्धि हुई है वो केंद्र सरकार की रेलवे के प्रति कुप्रबंधन और लापरवाही का नतीजा है।
एक जिम्मेदार विपक्ष के तौर पर हम इस लापरवाही पर सवाल उठाते रहेंगे और संसद में भी सरकार से जवाब मांगेंगे। यहां जानकारी के लिए बताते चले कि सोमवार की सुबह मालगाड़ी की टक्कर से सियालदह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस के पीछे के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए। खबरों के अनुसार, इस घटना में करीब 15 लोगों की मौत सहित 60 घायल हो गए।
सभी घायलों का इलाज नजदीकी अस्पताल में किया जा रहा है। पीएम और रेल मंत्री के द्वारा मृतक और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया गया है। वहीं, इस घटना के बाद 19 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा।
कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि रेलवे मंत्रालय यात्री सुविधाओं की परवाह नहीं करते हैं। वे रेलवे अधिकारियों, रेलवे इंजीनियरों, रेलवे तकनीकी कर्मचारियों और श्रमिकों की भी परवाह नहीं करते हैं।
मैं पूरी तरह से रेलवे कर्मचारियों और रेलवे अधिकारियों के साथ हूं। इस सरकार को केवल चुनाव की परवाह है। कैसे हैकिंग की जाए, कैसे हेरफेर की जाए, कैसे चुनाव में धांधली की जाए। मुझे लगता है कि उन्हें शासन के लिए अधिक समय देना चाहिए, बयानबाजी के लिए नहीं।