कमलेश तिवारी के परिजन रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के लिए सीतापुर से लखनऊ के लिए रवाना हुए। शनिवार को सीएम योगी ने कहा था कि वो परिजनों से मिलना चाहते हैं। मालूम हो कि हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की लखनऊ के नाका हिंडोला स्थित खुर्शेद बाग में शुक्रवार को गला काटकर और गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में गुजरात के सूरत में तीन तथा उत्तर प्रदेश के बिजनौर से दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या को भय फैलाने की हरकत करार देते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने यहां कहा कि यह भय फैलाने के मकसद से किया गया कार्य है। इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें से तीन को गुजरात में पकड़ा गया है। मामले की जांच के लिए विशेष दल गठित किया गया है। प्रदेश में भय और आतंक का माहौल बनाने वाले तत्वों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा और उनकी योजनाओं को ध्वस्त किया जाएगा ऐसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ना ही इसमें शामिल लोगों को बख्शा जाएगा।
तिवारी की मां ने बीजेपी नेता पर लगाया आरोप
तिवारी की मां कुसुमा तिवारी का आरोप है कि भाजपा के एक स्थानीय नेता ने गांव में मंदिर की जमीन के विवाद को लेकर उनके बेटे की हत्या करायी है। इस बीच, पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस और गुजरात पुलिस हिरासत में लिये गये लोगों से पूछताछ कर रही है। हत्याकांड के आतंकवादी घटना होने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। मामले की जांच के लिये एसआईटी का गठन किया गया है।
बेटे ने की एनआईए जांच की मांग
कमलेश तिवारी के बेटे सत्यम शनिवार को अपने पिता की हत्या की जांच एनआईए से कराने की मांग की है। उन्होंने एएनआई से बात करते हुए कहा, 'हम इस केस में एनआईए जांच चाहते हैं। हमें किसी पर भरोसा नहीं है। सिक्योरिटी गार्ड होने के बावजूद मेरे पिता की हत्या कर दी गई। ऐसे में हम प्रशासन पर भरोसा कैसे कर सकते हैं?'