'जब आधा हिंदुस्तान भूखा...नया संसद भवन क्यों?', कमल हासन ने पीएम मोदी पर उठाए ये सवाल
By स्वाति सिंह | Published: December 13, 2020 02:18 PM2020-12-13T14:18:06+5:302020-12-13T16:38:04+5:30
एक्टर और मक्कल नीधि माईम के नेता कमल हासन ने नए संसद भवन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने सवाल किया कि जब देश मुश्किलों से गुजर रहा है तो ऐसे समय में इतनी बड़ी वित्तीय इच्छापूर्ति की क्या जरूरत थी।
चेन्नई: देश में बनने जा रहे नए संसद को लेकर एक्टर और मक्कल नीधि माईम के नेता कमल हासन ने मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं। हासन ने प्रधानमंत्री पर नए संसद भवन के शिलान्यास को लेकर निशाना साधा। उन्होंने सवाल किया कि जब देश मुश्किलों से गुजर रहा है तो ऐसे समय में इतनी बड़ी वित्तीय इच्छापूर्ति की क्या जरूरत थी।
हासन ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'कोरोनावायरस के कारण जब देश की आधी आबादी भूखी है, लोग अजीविका खो रहे हैं, 1000 करोड़ रुपये की नई संसद क्यों? जब ग्रेट वॉल ऑफ चाइना का निर्माण किया गया तो हजारों लोग मारे गए। लेकिन शासकों ने दावा किया कि लोगों की रक्षा करना आवश्यक था। संसद पर हजारों करोड़ का खर्च किया जा रहा है, जबकि भारत के आधे हिस्से में कोरोना के कारण आजीविका का नुकसान हुआ है? किसकी रक्षा के लिए आप 1,000 करोड़ रुपये की संसद का निर्माण कर रहे हैं? मेरे माननीय निर्वाचित प्रधानमंत्री जवाब दें।"
சீனப்பெருஞ்சுவர் கட்டும் பணியில் ஆயிரக்கணக்கான மக்கள் மடிந்து போனார்கள். மக்களைக் காக்கத்தான் இந்தச் சுவர் என்றார்கள் மன்னர்கள். கொரோனாவால் வாழ்வாதாரம் இழந்து பாதி இந்தியா பட்டினி கிடக்கையில்,ஆயிரம் கோடியில் பாராளுமன்றம் கட்டுவது யாரைக்காக்க?
— Kamal Haasan (@ikamalhaasan) December 13, 2020
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பதில் சொல்லுங்கள் என் மாண்புமிகு தேர்ந்தெடுக்கப்பட்ட பிரதமரே....
— Kamal Haasan (@ikamalhaasan) December 13, 2020
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बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी। संसद का यह नया भवन 20,000 करोड़ के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का एक अहम हिस्सा है, जिसमें राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक फैले 13.4 किमी लंबे राजपथ पर पड़ने वाले सरकारी भवनों के पुनर्निमाण या फिर पुनर्उद्धार किया जाना है।
मालूम हो कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बन रही यह चार मंजिला इमारत बिल्डिंग 64,500 वर्ग मीटर में फैली होगी और इसे बनाने में कुल 971 करोड़ का खर्च आएगा। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि कि इसका निर्माण कार्य अगस्त, 2022 यानी देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस तक पूरा कर लिया जाएगा।