Kalyanpur Assembly Seat: बिहार के पूर्वी चंपारण की इस सीट पर फिर से विजय पताका फहराने की चुनौती है भाजपा के सामने, राजद का लालटेन से रौशन है क्षेत्र
By एस पी सिन्हा | Updated: June 19, 2025 16:44 IST2025-06-19T16:44:39+5:302025-06-19T16:44:39+5:30
कल्याणपुर सीट पर कुशवाहा और भूमिहार जाति के बीच चुनावी लड़ाई चलती रही है। कल्याणपुर विधानसभा सीट पर 1990 के बाद कांग्रेस फिर कभी अपनी जीत को नहीं दोहरा पाई। जनता दल की उम्मीदवार सीता सिन्हा कुशवाहा ने 1995 के विधानसभा चुनावों में समता पार्टी के प्रत्याशी प्रदीप महतो कुशवाहा को मात दी थी।

Kalyanpur Assembly Seat: बिहार के पूर्वी चंपारण की इस सीट पर फिर से विजय पताका फहराने की चुनौती है भाजपा के सामने, राजद का लालटेन से रौशन है क्षेत्र
पटना: बिहार के 243 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक कल्याणपुर विधानसभा सीट 16वें स्थान पर है। वर्ष 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में कल्याणपुर सीट पर राजद उम्मीदवार मनोज यादव ने 72819 वोटों के साथ जीत हासिल की थी। वहीं भाजपा के सचिंद्र प्रसाद सिंह को 71626 वोट मिले थे। पूर्वी चंपारण की कल्याणपुर विधानसभा सीट पर भूमिहार, कोइरी और पासवान वोटरों की संख्या सबसे अधिक है। वहीं, मुस्लिम मतदाताओं की आबादी भी 8 प्रतिशत के करीब है।
कल्याणपुर सीट पर कुशवाहा और भूमिहार जाति के बीच चुनावी लड़ाई चलती रही है। कल्याणपुर विधानसभा सीट पर 1990 के बाद कांग्रेस फिर कभी अपनी जीत को नहीं दोहरा पाई। जनता दल की उम्मीदवार सीता सिन्हा कुशवाहा ने 1995 के विधानसभा चुनावों में समता पार्टी के प्रत्याशी प्रदीप महतो कुशवाहा को मात दी थी।
कांग्रेस उम्मीदवार दिलीप कुमार राय ने 1990 के चुनावों में जनता दल के बशिष्ट नारायण सिंह को हराकर जीत हासिल की थी। 2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू ने रजिया खातून को चुनावी मैदान में उतारा। उनके सामने राजद के मनोज यादव थे। रजिया खातून ने करीब 15402 वोटों के मार्जिन से यह चुनाव जीत लिया।
रजिया को कुल 41163 वोट प्राप्त हुए थे। वहीं, मनोज कुमार यादव को 25761 वोट हासिल हुए थे। वोट शेयरिंग की बात करें तो जदयू को 42 प्रतिशत और राजद को 27 प्रतिशत वोट मिले थे। 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और जदयू आमने सामने थे। भाजपा ने सचिंद्र प्रसाद सिंह को चुनावी मैदान में उतारा था।
वहीं जदयू ने रजिया खातून को टिकट दिया था। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार उतारे थे। भाजपा प्रत्याशी सचिंद्र सिंह ने 11488 वोटों के मार्जिन के साथ चुनाव जीता। उन्हें कुल 50060 वोट प्राप्त हुए थे। जदयू की रजिया खातून दूसरे स्थान पर थीं, उन्हें कुल 38572 वोट हासिल हुए थे। वहीं सपा उम्मीदवार मनोज कुमार यादव को 26430 वोट मिले थे।
भाजपा को कुल 37 प्रतिशत वोट मिले थे। जबकि जदयू को 28 प्रतिशत और सपा को 20 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे। 2020 में भाजपा उम्मीदवार सचिंद्र प्रसाद सिंह चुनाव हार गए। इस बार उनका सामना राजद के मनोज कुमार यादव से था। राजद उम्मीदवार मनोज यादव ने 72819 वोटों के साथ जीत हासिल की थी। वहीं भाजपा के सचिंद्र प्रसाद सिंह को 71626 वोट मिले थे। कुल वोटिंग का 45.35 फीसदी मत राजद को मिला था।
वहीं 44.61 फीसदी मत भाजपा को मिला था। इस सीट पर अब तक कुल 14 बार चुनाव हुए हैं। इनमें तीन बार कांग्रेस, दो-दो बार जदयू, राजद, संयुक्त सोशललिस्ट पार्टी और एक-एक बार भाजपा, समता पार्टी, जनता दल, लोकदल और जनता पार्टी ने जीत हासिल की है। जातीय समीकरण पूर्वी चंपारण की कल्याणपुर विधानसभा सीट पर भूमिहार, कोइरी और पासवान वोटरों की संख्या सबसे अधिक है।
वहीं, मुस्लिम मतदाताओं की आबादी भी 8 प्रतिशत के करीब है। 2010 में ये सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित हो गई थी। यह बिहार की उन कुछ चुनिंदा सीटों में से है, जहां महिला प्रत्याशी अपेक्षाकृत ज्यादा रही हैं। यहां पुरुष मतदाता 1.30 लाख (52.9 फीसदी) और महिला मतदाता 1.15 लाख (46.8 फीसदी) हैं। जबकि ट्रांसजेंडर मतदाता 4 हैं।