भारत के खिलाफ नारबेजी पर राहुल गांधी पीठ थपथपाते हैं लेकिन..., कालीचरण की गिरफ्तारी पर कैलाश विजवर्गीय ने विपक्ष पर साधा निशाना
By अनिल शर्मा | Published: January 4, 2022 12:30 PM2022-01-04T12:30:53+5:302022-01-04T12:44:00+5:30
मीडिया से बातचीत के दौरान कालीचरण की गिरफ्तारी पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कोई संत अपने दिल के जज्बात बयां करता है तो उनके लिए बोलने का अधिकार सुरक्षित नहीं है।
मध्य प्रदेशः रायपुर में आयोजित धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी को लेकर जेल में बंद कालीचरण को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय ने विपक्ष पर निशाना साधा। कहा कि जब भारत के खिलाफ नारेबाजी होती है तो कांग्रेस से लेकर वाम, आप नेता तक जाकर लोगों की पीठ थपथपाते हैं। लेकिन संतों को लेकर राजनीति करते हैं।
कालीचरण महाराज को 30 दिसंबर को मध्य प्रदेश के खजुराहो छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया जिसके बाद उन्हें 13 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इसको लेकर इंदौरा में कालीचरण के समर्थन में नारेबाजी भी हुई। इन मुद्दों पर अपनी बात रखते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि संतों को लेकर किसी तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए लेकिन मैं मानता हूं कि संतों को भी अपनी भाषा की मर्यादा रखना चाहिए।
#WATCH | Opposition leaders like Rahul Gandhi pat the back of people who raise slogans of 'Bharat ke tukde honge, inshallah', so why is freedom of speech not reserved for someone to express feelings?: BJP national secy Kailash Vijayvargiya, on Kalicharan Maharaj's arrest (03.01) pic.twitter.com/gFZqDQECZ0
— ANI (@ANI) January 4, 2022
कालीचरण की गिरफ्तारी को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस को घेरा और कहा किएक ओर जहां देश में भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशा अल्लाह, इंशा अल्लाह जैसे नारे लगाने वालों के पीठ थपथपाने राहुल गांधी जाते हैं। कांग्रेस के बड़े नेता और आम आदमी पार्टी के नेताओं की पीठ थपथपाते हैं जो भारत के टुकड़े होने की बात करता है तो पूरा विपक्ष उनकी पीठ थपथपाने की बातें करता है। वहीं दूसरी ओर कोई संत अपने दिल के जज्बात बयां करता है तो उनके लिए बोलने का अधिकार सुरक्षित नहीं है। अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग मापदंड निर्धारित करना, यह सब राजनीतिक लाभ उठाने के लिए कांग्रेस की तरफ से किया जाता है।
गौरतलब है कि मंगलवार रायपुर की जिला अदालत ने कालीचरण महाराज की जमानत याचिका खारिज कर दी। कालीचरण के वकील ने एडीजे विक्रम प्रताप चंद्रा ने कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी। कालीचरण 13 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेजे गए हैं।