जस्टिस बीवी नागरत्ना बन सकती हैं भारत की पहली महिला चीफ जस्टिस, साल 2027 में होगी नियुक्ति
By विनीत कुमार | Updated: August 18, 2021 10:38 IST2021-08-18T08:56:58+5:302021-08-18T10:38:52+5:30
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 9 नई नियुक्तियों के लिए नाम सरकार को भेजे हैं। इसमें तीन महिला जजों के नाम शामिल हैं। जस्टिस बीवी नागरत्ना का नाम भी इसमें शामिल है।

(फोटो- karnatakajudiciary.kar.nic.in)
नई दिल्ली: जस्टिस बीवी नागरत्ना (Justice BV Nagarathna) साल 2027 में भारत की पहली महिला चीफ जस्टिस बनाई जा सकती हैं। वे अभी कर्नाटक हाईकोर्ट में जज हैं। दरअसल सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने करीब 22 महीने के बाद 9 नई नियुक्तियों की सिफारिश भेजी है। सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति के लिए भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमण की ओर से मंगलवार को सरकार के पास ये नाम भेजे गए।
सरकार के पास भेजे गए 9 जजों के नाम में तीन महिला जजों के नाम भी शामिल हैं। इसमें जस्टिस बीवी नागरत्ना सहित तेलंगाना हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस हिमा कोहली और गुजरात हाई कोर्ट की जस्टिस बेला त्रिवेदी हैं।
जस्टिस रोहिंटन नरीमन के सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त होने के कुछ ही दिनों बाद नए नामों की लिस्ट भेजी गई है। जस्टिस नरीमन मार्च 2019 से कॉलेजियम के सदस्य थे।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार उनके बारे में कहा जाता है कि वे इस रुख पर डटे हुए थे कि किसी भी नाम पर कोई आम सहमति नहीं बन सकती जब तक कि पूरे भारत में हाई कोर्ट के जजों की लिस्ट में सबसे सीनियर दो सबसे जजों की सिफारिश नहीं की जाती है। इन दो जज में कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अभय ओका और त्रिपुरा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अकील कुरैशी के नाम शामिल हैं।
रिपोर्ट के अनुसार कॉलेजियम की ओर से जो अन्य नाम भेजे गए हैं, उसमें जस्टिस ओका सहित जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस जेके महेश्वरी के नाम शामिल हैं। जस्टिस विक्रम नाथ गुजरात हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस हैं। वहीं जस्टिस महेश्वरी सिक्किम हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं।
सुप्रीम कोर्ट में अभी एक महिला जस्टिस
सुप्रीम कोर्ट में फिलहाल एक महिला जज जस्टिस इंदिरा बनर्जी हैं। वह सितंबर 2022 में सेवानिवृत्त हो जाएंगी। सुप्रीम कोर्ट में अभी तक केवल आठ महिला जजों की ही नियुक्ति हुई है।
बहरहाल अगर कॉलेजियम की ओर से भेजे गए सभी नामों को सरकार की ओर से मंजूर कर लिया जाता है तो सुप्रीम कोर्ट में अभी जजों के खाली सभी पद भर जाएंगे। सभी की नियुक्ति के बाद सुप्रीम कोर्ट में कुल 33 जज हो जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को एक जगह और खाली हो रही है क्योंकि जस्टिस नवीन सिन्हा रिटायर होंगे।
बता दें कि पांच सदस्यीय कॉलेजियम में भारत के मुख्य न्यायाधीश रमण के अलावा जस्टिस यूयू ललित, जस्टिस ए एम खनविलकर, डस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और एल नागेश्वर राव हैं।