जस्टिस आलोक अराधे बने तेलंगाना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस, गवर्नर ने दिलाई पद एवं गोपनीयता की शपथ
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 23, 2023 02:36 PM2023-07-23T14:36:56+5:302023-07-23T14:42:32+5:30
जस्टिस आलोक अराधे ने तेलंगाना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के पद की शपथ ली। राजभवन में आयोजित एक समारोह में जस्टिस अराधे को मुख्य न्यायाधीश के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ राज्यपाल डॉक्टर तमिलिसाई सुंदरराजन ने दिलाई।
हैदराबाद: जस्टिस आलोक अराधे ने रविवार को तेलंगाना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के पद की शपथ ली। जानकारी के अनुसार राजभवन में आयोजित एक समारोह में जस्टिस अराधे को मुख्य न्यायाधीश के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ राज्यपाल डॉक्टर तमिलिसाई सुंदरराजन ने दिलाई। इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव सहित सूबे के आला अधिकारी और हाईकोर्ट के सारे जज मौजूद रहे।
जस्टिस आलोक अराधे के शपथ से पूर्व तेलंगाना हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार ने 18 जुलाई को भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा जारी वारंट को पढ़ा, जिसमें बताया गया कि महामहिम राष्ट्रपति ने कर्नाटक हाईकोर्ट के जज न्यायमूर्ति आलोक अराधे को तेलंगाना हाईकोर्ट के लिए बतौर चीफ जस्टिस चुना है।
उसके बाद जस्टिस आलोक अराधे को राज्यपाल द्वारा शपथ दिलाने से पहले राज्यपाल सुंदरराजन ने जस्टिस अराधे को राष्ट्रपति द्वारा जारी वारंट सौंपा। चीफ जस्टिस के शपथ समारोह में सूबे के कई मंत्री, हाईकोर्ट के न्यायाधीश और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
मालूम हो कि न्यायमूर्ति अराधे ने न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां का स्थान लिया, जिन्हें हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था। न्यायमूर्ति अराधे को 2009 में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। 2016 में उनका ट्रांसफर जम्मू और कश्मीर हाईकोर्ट के लिए कर दिया गया था, जहां उन्होंने कुछ समय के लिए कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में भी कार्य किया था।
साल 2018 में जस्टिस अराधे को कर्नाटक उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया। जुलाई से अक्टूबर 2022 तक न्यायमूर्ति अराधे कर्नाटक उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश थे। उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में उनका कार्यकाल अप्रैल 2026 तक है।