जोशीमठ के सिंहधार में कई मकान, मंदिर अपने आप ढहे, मवेशियों की दबकर मौत, लोगों के कई दस्तावेज नष्ट
By अनिल शर्मा | Published: January 14, 2023 10:58 AM2023-01-14T10:58:28+5:302023-01-14T11:00:43+5:30
सिंहधार के एक निवासी ऋषि देवी ने बताया कि उनके आवास और कई अन्य लोगों के घरों में कुछ समय से दरारें थीं, लेकिन नगरपालिका ने यह कहते हुए कार्रवाई करने से इनकार कर दिया कि उन्हें उच्च अधिकारियों से कोई आदेश नहीं मिला है।
सिंहदार: उत्तराखंड के जोशीमठ शहर के सिंहधार में कई घर ढह गए। सूत्रों के मुताबिक 2 और 3 जनवरी की मध्यरात्रि सिंहधार में स्थित कई मकान अपने आप ढह गए। यह हादसा तब हुआ जब लोग सो रहे थे। गनीमत रही कि इन घटनाओं में किसी की जान नहीं गई।
समचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि कई घरों और पास के एक मंदिर में दरारें इतनी चौड़ी होने लगीं कि वे आखिरकार ढह गईं। ANI से बात करते हुए एक स्थानीय हरीश ने कहा कि घटना 2 जनवरी की है। लगभग 2.30 बज रहा था। हम सो रहे थे। हमें दीवारों पर दरारें खुलने की आवाज सुनाई दी और कंक्रीट के बड़े टुकड़े गिरने लगे।
स्थानीय ने कहा, "हम डरे हुए थे और खुले आसमान के नीचे रात बिताई। अगले दिन हमें पास के एक सरकारी स्कूल में स्थानांतरित कर दिया गया।" हरीश ने आगे बताया कि "कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और घरेलू सामान नष्ट हो गए। लेकिन शुक्र है कि किसी की जान नहीं गई। मनोहर बाग के कुछ होटलों में भी बड़ी दरारें आ गई हैं।"
सिंहधार के एक अन्य निवासी, ऋषि देवी ने बताया कि उनके आवास और कई अन्य लोगों के घरों में दरारें पड़ गई थीं, लेकिन नगरपालिका ने यह कहते हुए कार्रवाई करने से इनकार कर दिया कि उन्हें उच्च अधिकारियों से कोई आदेश नहीं मिला है।
ऋषि देवी ने कहा, हमारे घर में कुछ समय से दरार है। हमने नगर पालिका से मदद की गुहार लगाई थी। लेकिन दो दिनों के अंतराल में 2 और 3 जनवरी को हमारा और अन्य का घर ढह गया। पास का एक मंदिर भी ढह गया और हमने अपने मवेशी भी खो दिए। मेरे दोनों बेटे अब बेरोजगार हैं।"