देहारदूनः जोशीमठ के घरों में आई दरारों के मद्देनजर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार सेना, आईटीबीपी, वैज्ञानिकों और अन्य हितधारकों के साथ बैठक की। वहीं जोशीमठ के व्यापारिक संगठनों और निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंनें व्यापारी संगठन, निर्वाचित प्रतिनिधी आदि से मुलाकात की और उनको हर संभव मदद पहुंचाने की बात कही है। धामी ने कहा कि हम अंतरिम सहायता के रूप में 1.5 लाख रुपए की राशि लोगों के खातों में भेज रहे हैं। कमेटी तय करेगी कि और अच्छे से अच्छा रेट देंगे।
उधर सेना प्रमुख मनोज पांडे ने जोशीमठ संकट को लेकर गुरुवार कहा कि हमने अस्थाई तौर पर अपने जवानों को स्थानांतरित किया है। अगर जरूरत पड़ी तो हम औली में अपने जवानों को स्थाई तौर पर तैनात करेंगे। उन्होंने कहा कि जोशीमठ से माणा जाने वाली रोड पर कुछ दरारें हैं जिसे BRO ठीक कर रहा है। इससे हमारी ऑपरेशनल रेडीनेस पर कुछ असर नहीं पड़ा है।
सेना प्रमुख ने आगे कहा कि जहां तक स्थानीय लोगों को मदद पहुंचाने की बात है तो हमने अपने अस्पताल, हेलीपैड आदि सिविल प्रशासन को दिए हैं जिससे वे लोगों को अस्थाई तौर पर लोगों को स्थानांतरित कर सकें।
हैदराबाद के वैज्ञानिक जोशीमठ में जमीन धंसने की वजहों का पता लगाएंगे
उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने के घटनाक्रम के बीच सीएसआईआर-राष्ट्रीय भूभौतिक अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई) के विशेषज्ञों की एक टीम अधस्तल मानचित्रण (सबसर्फेस फ़िजिकल मैपिंग) के लिए प्रभावित शहर का दौरा करेगी। एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने यह जानकारी दी। एनजीआरआई के वरिष्ठ वैज्ञानिक आनंद के पांडेय की अध्यक्षता वाली 10 सदस्यीय टीम के 13 जनवरी को जोशीमठ पहुंचने और अगले दिन से अपना काम शुरू करने की संभावना है।