जम्मू कश्मीर प्रशासन ने ‘नापाक योजना’ के तहत जामिया मस्जिद को बंद रखा है: धार्मिक संगठन
By भाषा | Updated: December 3, 2021 19:42 IST2021-12-03T19:42:00+5:302021-12-03T19:42:00+5:30

जम्मू कश्मीर प्रशासन ने ‘नापाक योजना’ के तहत जामिया मस्जिद को बंद रखा है: धार्मिक संगठन
श्रीनगर, तीन दिसंबर जम्मू कश्मीर में ऐतिहासिक श्रीनगर मस्जिद का प्रबंधन देखने वाली अंजुमन औकाफ जामिया मस्जिद ने इबादतगाह में जुमे (शुक्रवार) की नमाज़ की इजाजत नहीं देने को लेकर जम्मू कश्मीर प्रशासन के फैसले पर कड़ा ऐतराज़ जताया है।
अंजुमन ने कहा कि प्रशासन मुसलमानों को जम्मू कश्मीर में इबादत के सबसे बड़े स्थान पर जुमे की नमाज़ अदा करने के अहम मज़हबी फर्ज को निभाने से रोक रहा है।
उसने एक बयान में कहा, “ आज एक बार फिर घाटी के अलग-अलग हिस्सों से आए पुरुष, महिलाओं व बुजर्गों को जामिया मस्जिद श्रीनगर में जुमे की नमाज़ अदा करने से महरूम कर दिया गया।”
संगठन ने दावा किया कि यह इस साल 43वीं बार है, जब मस्जिद को जुमे की साप्ताहिक नमाज़ के लिए बंद किया गया है।
अंजुमन ने कहा, “ यह लगातार 17वां शुक्रवार है,जब जामिया मस्जिद श्रीनगर में जुमे की नमाज़ अदा करने की इजाज़त नहीं दी गई है, जबकि मुसलमानों को जुमे की नमाज़ अदा करने की इजाजत नहीं दी जा रही है।”
धार्मिक संगठन ने कहा कि वह अधिकारियों के "तानाशाही व्यवहार" से नाराज है।
उसने कहा, “जामिया मस्जिद श्रीनगर को एक नापाक योजना के तहत नमाज़ के लिए बंद रखा जा रहा है, जो कश्मीरी लोगों के लिए बेहद दर्दनाक और मज़हब में सरासर दखलअंदाज़ी है।”
उसने कहा, ‘‘इस तरह के उपाय तथाकथित लोकतंत्र के समर्थकों के खोखले दावों को बेनकाब करते हैं।
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