नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की लखीमपुरी की जिला कांग्रेस कमेटी ने कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। लखीमपुरी खीरी कांग्रेस कमेटी ने पांच प्रस्ताव पारित किए हैं जिनमें से एक में मांग की गई है कि जितिन प्रसाद के खिलाफ कार्रवाई की जाए। कपिल सिब्बल, जितिन प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने कांग्रेस के संगठन में व्यापक बदलाव, सामूहिक नेतृत्व और पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग को लेकर हाल ही में सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। इसको लेकर बड़ा विवाद खड़ा हुआ। लखीमपुरी की जिला कांग्रेस कमेटी के बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने भी उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जानें लखीमपुर खीरी इकाई ने सोनिया गांधी को पत्र में क्या कहा?
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की लखीमपुर खीरी इकाई ने सोनिया गांधी के नाम एक पत्र लिखा है। इस पत्र में जितिन प्रसाद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है। प्रस्ताव पत्र में लिखा गया है- पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले जितिन प्रसाद एक मात्र उत्तर प्रदेश के नेता है। जितिन प्रसाद का पारिवारिक इतिहास गांधी परिवार के खिलाफ रहा है। उनके पिता जितेंद्र प्रसाद ने भी सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़कर इसे साबित किया था। इसके बाद भी सोनिया गांधी ने जितिन प्रसाद को लोकसभा का टिकट दिया और मंत्री बनाया। इनके (जितिन प्रसाद) द्वारा किया गया कृत्य कठोर अनुशासनहीनता है। अंत: जिला कांग्रेस कमेटी इनके खिलाफ कठोर से कठोरा अनुशासनात्मक कार्यवाही की मांग करती है।
कांग्रेस ने कहा कि यूपी के पत्र में सोनिया गांधी या प्रियंका गांधी वाड्रा की मंजूरी नहीं है, जो राज्य के केंद्रीय नेता हैं। हालांकि कांग्रेस पार्टी के यूपी प्रमुख अजय कुमार लल्लू ने कहा है, "ये पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाएं हैं, कोई अपनी भावनाओं को कैसे रोक सकता है।"
कांग्रेस के इन नेताओं ने कार्रवाई की मांग की निंदा की
हालांकि उत्तर प्रदेश कांग्रेस की लखीमपुर खीरी इकाई द्वारा उठाए गए इस मांग की कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने निंदा की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा है कि पार्टी को अपने लोगों पर नहीं, बल्कि भाजपा को ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ से निशाना बनाने की जरूरत है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने यह भी कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रसाद को ‘आधिकारिक तौर पर निशाना बनाया जाना’ दुर्भाग्यपूर्ण है। सिब्बल ने ट्वीट किया, दुर्भाग्यपूर्ण है कि उत्तर प्रदेश में जितिन प्रसाद को आधिकारिक रूप से निशाना बनाया जा रहा है। कांग्रेस को अपने लोगों पर नहीं, बल्कि भाजपा को सर्जिकल स्ट्राइक से निशाना बनाने की जरूरत है। कपिल सिब्बल के ट्वीट पर परोक्ष रूप से सहमति जताते हुए कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, भविष्य ज्ञानी।
2019 लोकसभा चुनाव से पहले जितिन प्रसाद के BJP में जाने की उड़ी थी अफवाह
जितिन प्रसाद यूपी में पार्टी के ब्राह्मण चेहरा हैं। लखीमपुर खीरी से 2009 में धौरहरा लोकसभा सीट का जितिन प्रसाद ने प्रतिनिधित्व किया था। मार्च 2019 में, लोकसभा चुनावों से ठीक पहले यह अफवाह भी उड़ी थी कि जितिन प्रसाद कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता, जितिन प्रसाद के पिता जितेंद्र प्रसाद ने 1999 में राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी के नेतृत्व को चुनौती दी थी और पार्टी प्रमुख के पद के लिए उनके खिलाफ चुनाव भी लड़ा था। जितेंद्र प्रसाद हालांकि हार गए थे। 2002 में जितेंद्र प्रसाद की मृत्यु हो गई थी।