झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए सोमवार को जारी मतगणना में ‘झामुमो-कांग्रेस-राजद’ गठबंधन 42 सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा के उम्मीदवार 27 सीटों पर आगे हैं। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजा रुझानों से यह जानकारी मिली।
रांची की प्रतिष्ठापरक विधानसभा सीट से भाजपा के शहरी विकास मंत्री और पांच बार के विजेता सीपी सिंह एक बार फिर झारखंड मुक्ति मोर्चा की महुआ माझी को 5,945 मतों से पराजित कर विजयी हुए। गोमिया से आज्सू के लंबोदर महतो, चंदनक्यारी से भाजपा के मंत्री अमर कुमार बाउड़ी, खूंटी से भाजपा के मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, बेरमो से कांग्रेस के राजेंद्र सिंह, कोलेबीरा से कांग्रेस के विक्सल कोंगाड़ी और डुमरी से झामुमो के जगन्नाथ महतो ने अपने-अपने विधानसभा में जीत हासिल की। तोरपा सीट से भाजपा के कोचे मुंडा ने झामुमो के सुदीप गुरिया को 9,630 मतों से हराया।
शाम पांच बजे तक की दलीय स्थिति इस प्रकार है :
कुल सीटें: 81
उपलब्ध रुझान: 81
भाजपा: 27
झामुमो: 29
कांग्रेस: 14
राजद: 1
झाविमो (पी): 3
आजसू: 3
भाकपा-माले (लिबरेशन): 1
राकांपा: 1
निर्दलीय: 2
मुख्यमंत्री रघुवर दास जमशेदपुर (पूर्वी) सीट पर भाजपा के बागी उम्मीदवार एवं पूर्व मंत्री सरयू राय से 8,000 से अधिक वोटों के अंतर से पीछे चल रहे हैं। राय निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतरे हैं। दास ने 1995 से पांच बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया है।
गौरतलब है कि झामुमो और कांग्रेस-राजद ने 2014 का चुनाव अलग-अलग लड़ा था। हालांकि, तीनों पार्टियां पिछले विधानसभा चुनाव से पहले 2013 से 2014 के बीच झामुमो नेता हेमंत सोरेन नीत गठबंधन सरकार में शामिल रही थी। लेकिन उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर अलग-अलग राह चुनी और झामुमो ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया था। वहीं, भाजपा 2000 में झारखंड के गठन होने के बाद से पहली बार विधानसभा चुनाव अपने बूते लड़ रही है।
भाजपा और उसकी सहयोगी आजसू पार्टी सीट बंटवारे के मुद्दे पर अपने मतभेदों को दूर नहीं कर पाई और इस बार उनका गठबंधन नहीं हो सका। राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में सरकार गठन को साधारण बहुमत के लिए किसी गठबंधन या दल को 41 सीटों की जरूरत होगी।
भाजपा नीत राजग के घटक दल जदयू और लोजपा अपने-अपने बूते चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन उनका कोई उम्मीदवार किसी भी सीट पर आगे नहीं है। भाजपा 79 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और एक सीट पर उसने एक निर्दलीय उम्मीदवार का समर्थन किया है और महतो के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारा। चुनाव पूर्व समझौते के तहत झामुमो ने 43, कांग्रेस 31 और राजद ने सात सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। झाविमो (प्रजातांत्रिक) सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।