Jharkhand: रांची में सीएम आवास का घेराव करने जा रहे भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने भांजी लाठियां
By एस पी सिन्हा | Published: August 23, 2024 06:32 PM2024-08-23T18:32:12+5:302024-08-23T18:33:47+5:30
इस रैली में प्रदेश भर के आए कार्यकर्ताओं को पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन बैरिकेडिंग पर चढ़कर उसे पार करने की कोशिश कर रहे कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच संघर्ष हुआ, जिसमें दोनों तरफ से कुछ लोगों को चोटें आई हैं।
रांची:झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवायएम) ने हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ युवा आक्रोश रैली निकाली। इस रैली में प्रदेश भर के आए कार्यकर्ताओं को पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन बैरिकेडिंग पर चढ़कर उसे पार करने की कोशिश कर रहे कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच संघर्ष हुआ, जिसमें दोनों तरफ से कुछ लोगों को चोटें आई हैं। मोरहाबादी मैदान में आक्रोश रैली में प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले और रबर के बुलेट चलाये गए। आंसू गैस के गोले दागे जाने के बाद भी भाजपा कार्यकर्ता पीछे नहीं हट रहे थे।
कार्यकर्ता प्रदर्शन के लिए रांची जाने पर अड़ गए, जिससे बात बिगड़ गई। पुलिस और भाजयुमो कार्यकर्ताओं में भिड़ंत हो गई। पुलिस ने भाजयुमो कार्यकर्ताओं को रांची के ओरमांझी में रोकने की कोशिश की। रिंग रोड पर भी बैरिकेडिंग लगाकर कई बसों को रोका गया। पुलिस ने भाजयुमो कार्यकर्ताओं से कहा कि वे यहां से आगे नहीं जा सकते, जिस पर भाजयुमो कार्यकर्ता भड़क गए। प्रदर्शनकारियों ने कंटीले तार वाली बैरिकेडिंग के पहले वाले को तोड़ दिया।
पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए लाठीचार्ज किया। इसमें कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं। इस बीच झारखंड भाजपा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर जमकर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि हेमंत सोरेन पूरी तरह से डरे हुए हैं क्योंकि युवा अपना हक मांगने आए हैं। इसे रोकने के लिए हेमंत सोरेन द्वारा हर थाने को हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह सब देखकर स्पष्ट है कि हेमंत सोरेन झारखंड के युवाओं से पूरी तरह डरे और सहमे हुए हैं। इतिहास में पहली बार झारखंड सरकार ने हर जगह इस तरह के बैरियर लगा दिए हैं। सरकार के गलत कामों का विरोध करना संविधान में लिखा है। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। पुलिस बल का दुरुपयोग कर जनता की आवाज दबाना चाहते हैं। इनके इस प्रयास के बाद झारखंड के गांव-गांव में सरकार की नीतियों के खिलाफ जागरूकता फैली है।
बता दें कि भाजयुमो ने ने झारखंड में बेरोजगारी, सरकारी नौकरी की परीक्षाओं में धांधली, रिजल्ट में देर, अनुबंध कर्मियों के स्थायीकरण जैसे सवालों को लेकर रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित युवा आक्रोश रैली में राज्य भर से भारी संख्या में युवा और भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे थे।
कार्यकर्ताओं की ओर से आक्रोश रैली के बाद मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की घोषणा की गई थी। इसको लेकर जिला प्रशासन ने विधि व्यवस्था बरकरार रखने के लिए तैयारी की थी। मोरहाबादी मैदान के 500 मीटर परिधि में धारा 144 लागू की गई थी और मोरहाबादी मैदान के आसपास बैरिकेडिंग कर उसपर लोहे के तार लगाए गए थे।