'इलाके में हमारी आबादी 75% तो नियम भी इस्लामी हो', स्कूल पर दबाव बनाकर सालों से चली आ रही प्रार्थना को बदलवाने का आरोप

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 5, 2022 02:00 PM2022-07-05T14:00:07+5:302022-07-05T14:00:07+5:30

झारखंड के गढ़वा में कुछ स्थानीय मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा वर्षों से चले आ रही स्कूल की प्रार्थना को दबाव देकर बदलवाने का आरोप है। इनका कहना है कि चूकि इलाके में मुस्लिमों की आबादी ज्यादा है इसलिए नियम भी वैसे ही होने चाहिए। फिलहाल प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मामले की जांच की बात कही है।

Jharkhand Garhwa school prayer forced to change by local muslim community media reports | 'इलाके में हमारी आबादी 75% तो नियम भी इस्लामी हो', स्कूल पर दबाव बनाकर सालों से चली आ रही प्रार्थना को बदलवाने का आरोप

गढ़वा में स्कूली प्रार्थना को बदलवाने का आरोप (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Highlightsझारखंड के गढ़वा में एक स्कूल में दबाव बनाकर सालों से चली आ रही प्रार्थना को बदलवाने का आरोप।विद्यालय के प्राधानाध्यापक पर कुछ स्थानीय मुस्लिम युवकों द्वारा दबाव बनाने का आरोप।प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मामले की जांच की बात की है, स्थानीय पंचायत के मुखिया ने भी विवाद को सुलझाने की बात कही।

गढ़वा: झारखंड के गढ़वा में एक स्कूल में वर्षों से हो रही प्रार्थना को धर्म के आधार पर बदले जाने के लिए दबाव बनाने का मामला सामने आया है। दरअसल कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा यहां के मध्य विद्यालय के प्राधानाध्यापक पर दबाव बनाकर स्कूल में रोज होने वाली प्रार्थना को बदलवाया गया। इन लोगों ने प्रधानाध्यापक पर ये कहकर दबाव बनाया कि स्थानीय स्तर पर मुस्लिम समाज की आबादी 75 प्रतिशत है इसलिए नियम भी इनके अनुसार बनने चाहिए।

दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के अनुसार इन लोगों के दबाव के बाद अब स्कूल में 'दया कर दान....' प्रार्थना को बदलवाकर 'तू ही राम है, तू रहीम है...' प्रार्थना कराई जा रही है। प्रधानाध्यापक युगेश राम के अनुसार चार महीने से स्कूल में बदली हुई प्रार्थना कराई जा रही है। उनके अनुसार कई बार स्थानीय मुस्लिम समुदाय के कुछ युवक इससे पहले स्कल में आकर हंगामा भी करते रहे हैं।

बच्चों के हाथ जोड़ कर प्रार्थना करने पर भी रोक

कुछ स्थानीय लोगों के दबाव में स्कूल में अब बच्चों को हाथ जोड़ कर प्रार्थना करने से भी मना कर दिया गया है। इन विवादों के बीच पूरे मामले की जानकारी प्रधानाध्यापक द्वारा कोरवाडीह पंचायत के मुखिया और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दे दी गई है।

बताया जाता है कि पंचायत के मुखिया शरीफ मसले पर हंगामा करने वाले स्थानीय लोगों से भी बात कर चुके हैं। उन्होंने इन लोगों से स्कूल के संचालन में कोई हस्तक्षेप नहीं करने के लिए समझाया पर बात नहीं बनी। ऐसे में मुखिया ने प्रधानाध्यापक को इन लोगों के अनुसार ही स्कूल चलाने की सलाह दी।

वहीं, मामले के तूल पकड़ने के बाद प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी कुमार मयंक भूषण ने कहा कि उन्हें इस वाकये की जानकारी मिली है और जांच कराई जा रही है। वहीं, मुखिया शरीफ अंसारी ने भी कहा है कि वे मंगलवार को विद्यालय प्रबंधन समिति एवं ग्रामिणों के साथ बैठक कर समस्या को सुलझाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर गंगा-जमुनी तहजीब को बरकरार रखा जाएगा।

Web Title: Jharkhand Garhwa school prayer forced to change by local muslim community media reports

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