Jharkhand: सीएम हेमंत सोरेन को लग सकता है झटका, निर्वाचन आयोग ने लाभ के पद मामले में सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की!, जानें
By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 25, 2022 15:24 IST2022-08-25T14:22:08+5:302022-08-25T15:24:52+5:30
Jharkhand: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने परोक्ष रूप से केन्द्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आज देश का आम नागरिक हतोत्साहित है, हर वक्त सिर्फ राजनीतिक बिसात, राजनीतिक षड्यंत्र की बात हो रही है।

आयोग ने सदस्यता समाप्त करने की सिफारिश की है। (file photo)
रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बड़ा झटका लग सकता है। लाभ के पद मामले में सीएम हेमंत सोरेन पर भारत निर्वाचन आयोग की राय झारखंड राजभवन को प्राप्त हो गई है। आयोग ने सदस्यता समाप्त करने की सिफारिश की है। मामले की जांच आयोग ने की थी।
निर्वाचन आयोग ने झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को उस याचिका पर अपनी राय भेज दी है, जिसमें दावा किया गया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक खनन पट्टे का विस्तार अपने लिए करके चुनावी कानून का उल्लंघन किया है। याचिका में सोरेन को एक विधायक के तौर पर अयोग्य घोषित किए जाने की मांग की गई है।
Ranchi | I do not know anything as of now about any order for me. I had gone to AIIMS for treatment, I can only say anything after I reach Rajbhawan: Jharkhand Governor Ramesh Bais on Raj Bhawan receiving the opinion of ECI on CM Hemant Soren on the office of profit matter https://t.co/VrfjHvfKgOpic.twitter.com/TpfUbJnxXO
— ANI (@ANI) August 25, 2022
सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि आयोग ने अपनी राय आज सुबह सीलबंद लिफाफे में झारखंड के राजभवन को भेज दी। झारखंड के राज्यपाल ने इस मामले को आयोग को भेजा था। मामले में याचिकाकर्ता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) है जिसने जन प्रतिनिधि कानून की धारा नौ ए का उल्लंघन करने के लिए सोरेन को अयोग्य ठहराने की मांग की है।
संविधान के अनुच्छेद 192 के तहत, किसी राज्य के विधानमंडल के किसी सदन के किसी सदस्य की अयोग्यता से संबंधित कोई मामला आता है तो इसे राज्यपाल के पास भेजा जाएगा और उनका फैसला अंतिम होगा। उसमें कहा गया है, “ऐसे किसी भी मामले पर कोई निर्णय देने से पहले राज्यपाल निर्वचन आयोग की राय लेंगे और उस राय के अनुसार कार्य करेंगे।” ऐसे मामलों में चुनाव आयोग की भूमिका अर्द्धन्यायिक निकाय की तरह होती है।
Jharkhand had chosen JMM with a lot of hope&trust but ever since they came to power, they started looting state's natural resources...If someone's responsible for what's happening today, it's Soren Govt itself. It's in trouble due to its own misdeeds: Ex-Jharkhand CM Raghubar Das https://t.co/VrfjHvwNiOpic.twitter.com/oFai51hoFt
— ANI (@ANI) August 25, 2022
लाभ के पद पर सीएम हेमंत सोरेन पर चुनाव आयोग की राय मिलने पर झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि मुझे अपने लिए किसी आदेश के बारे में अभी कुछ भी पता नहीं है। मैं इलाज के लिए एम्स गया था, राजभवन पहुंचने के बाद ही कुछ कह सकता हूं।
अनुच्छेद 192 के तहत अयोग्य ठहराने का फैसला राज्यपाल के अधिकार में होता है। सोरेन पर मुख्यमंत्री रहते खनन पट्टा खुद और अपने भाई को जारी करने का आरोप लगा है। यहां तक की उस समय खनन मंत्रालय सोरेन के पास था। निर्वाचन आयोग ने सीएम सोरेन की विधानसभा सदस्यता समाप्त करने की सिफारिश की है।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने सीएम सोरेन पर हमला किया है। दास ने कहा कि झारखंड ने झामुमो को बहुत उम्मीद और भरोसे के साथ चुना था, लेकिन जब से वे सत्ता में आए, उन्होंने राज्य के प्राकृतिक संसाधनों को लूटना शुरू कर दिया...आज जो हो रहा है उसके लिए अगर कोई जिम्मेदार है, तो वह खुद सोरेन सरकार है। अपने ही कुकर्मों से संकट में है।