झारखंड: अलकायदा का संदिग्ध आतंकी मौलाना कलीमुद्दीन ने ATS को दिए कई अहम जानकारियां, कहा- उसके घर पर होती थीं जेहाद की बातें
By एस पी सिन्हा | Published: October 17, 2019 05:04 PM2019-10-17T17:04:15+5:302019-10-17T17:04:15+5:30
वर्ष 2011 में कटकी ने अकरम मसूद को मेरे घर पर मिलवाया था. यहां अकरम मसूद ने कटकी से बोला कि मोहम्मद सामी जेहाद की ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान जाना चाहता है.
झारखंड के जमशेदपुर से गिरफ्तार आतंकी संगठन अलकायदा का संदिग्ध आतंकी मौलाना कलीमुद्दीन ने एटीएस के समक्ष पूछताछ में कई खुलासे किये हैं. कलीमुद्दीन ने बताया है कि आसीफ लाला और गजाली मेरे घर पर ही मौलाना कटकी से मिला करते थे. बैठक की व्यवस्था मेरे द्वारा ही की जाती थी. ये लोग सभी जेहाद की बातें करते थे. बिलाल जेहादी वीडियो उपलब्ध कराता था, जिसे अन्य लोगों को दिखाया जाता था.
सूत्रों के अनुसार कलीमुद्दीन ने एटीएस को बताया है कि उसके दोस्त युसूफ का संबंध बेंगलुरु में कुरम (इलियासनगर), रिजवान (इलियासनगर), अनीस (शिवजीनगर), मौलाना अंजर शाह, आलम और सबिल से था. सबिल का भाई डॉक्टर काफिल लंदन में एयरपोर्ट पर बम विस्फोट में मारा गया था.
इस दौरान सबिल जेल गया था. बाद में वह जेल से छूट गया. वर्ष 2007-08 में धातकीडीह निवासी अकरम मसूद (घाघीडीह जेल में बंद) और मो सामी (तिहाड जेल में बंद) के साथ मौलाना कटकी से उसकी मुलाकात हुई थी. कलीमुद्दीन ने बताया है कि वर्ष 2013-14 में मानगो गांधी मैदान में जलसा का आयोजन किया गया था. उस जलसा में मौलाना कटकी द्वारा जिहाद की तकरीर करने पर लोगों द्वारा विरोध किया गया था. मौलाना कटकी जब बीमार पड़ा, तो अकरम मसूद उनसे मिलने कटक गया था.
वर्ष 2011 में कटकी ने अकरम मसूद को मेरे घर पर मिलवाया था. यहां अकरम मसूद ने कटकी से बोला कि मोहम्मद सामी जेहाद की ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान जाना चाहता है. बाद में मो. सामी और कटकी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उसके बताने के आधार पर नसीम अख्तर उर्फ राजू और अब्दुल मसूद को गिरफ्तार किया गया. वे लोग ही हथियार की सप्लाई करते थे. मौलाना कटकी ने ही नसीम अख्तर उर्फ राजू को संगठन में हथियार सप्लाई की जिम्मेदारी सौंपी थी.
कलीमुद्दीन ने यह भी बताया है कि रडगांव में उसका पैतृक घर है. यहां एक एकड़ से अधिक खेतीहर जमीन है. वहीं रडगांव मस्जिद के सामने दो घर हैं. रडगांव कब्रिस्तान के पास 24 डीसमील खेतिहर जमीन है. इसके अलावा मानगो जवाहरनगर रोड नंबर 12 में भी घर है. मदरसा के नाम से यूनियन बैंक में खाता है, जबकि दूसरा खाता आईडीबीआई बैंक साकची में पत्नी के नाम से है. कलीमद्दीन को एटीएस की टीम ने 21 सितंबर को टाटानगर स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया था. वह कोलकाता जाने की तैयारी में था.
मौलाना कलीमुद्दीन को गिरफ्तार करने के बाद एटीएस की टीम उसे रांची ले गई, यहां पूछताछ के बाद 22 सितंबर को कोर्ट में पेश कर उसे जेल भेज दिया गया. 24 सितंबर को एटीएस की टीम ने सात दिनों के रिमांड पर लिया था. मौलाना कलीम के मानगो जवाहरनगर रोड नंबर 12 स्थित घर में ही चतरा निवासी अबु सूफियान रहता था. इसकी पुष्टि खुद मौलाना कलीमुद्दीन ने एटीएस के समक्ष की है. उसने बताया है कि अबू सुफियान उसके घर में रहता था. उसके घर में ही अबू सुफियान और कटकी की मुलाकात हुई थी.
अबू सूफियान और मो. सामी पाकिस्तान जाना चाहता था. दोनों जिहादी मानसिकता के थे. अबू सुफियान के पाकिस्तान जाने के बाद से कोई संपर्क नहीं है. मो. सामी को कटकी ने युसुफ से मिलवाया था. वर्ष 2012 में मो. कटकी जमशेदपुर आये थे तो मेरे घर पर ही युसुफ और साकिब से मिलकर जेहाद की योजना बनाई थी.