'कांवर रूट पर नेमप्लेट वाला फैसला वापस..', जयंत चौधरी ने UP सरकार के निर्णय को समझे से परे बताया
By आकाश चौरसिया | Updated: July 21, 2024 16:30 IST2024-07-21T16:09:09+5:302024-07-21T16:30:15+5:30
योगी सरकार के फैसले को लेकर केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी नाराज दिखे, उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस फैसले को वापस लेना चाहिए।

फाइल फोटो
नई दिल्ली: भाजपा नीत केंद्र सरकार में मंत्री और एनडीए गठबंधन के सहयोगी दल के नेता जयंत चौधरी ने रविवार को योगी सरकार के उस फैसले को समझ से परे बताया, जिसमें कांवर यात्रा के दौरान फल विक्रेता और भोजनालय मालिकों को अपने नाम की नेमप्लेट लगाने का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि ये फैसला समझ से परे है, जिसमें राज्यमार्ग पर स्थित ढाबे वालों को अपना नाम बताना पड़ेगा कि वो किस धर्म के हैं।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, "यह बहुत सोचा-समझा और तर्कसंगत फैसला नहीं लगता। किसी भी फैसले से भावनाओं को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।" समाज की भलाई और समाज में जो लोग कांवर यात्रा पर जाते हैं और जो लोग उनकी सेवा करते हैं, यह परंपरा शुरू से ही रही है और किसी ने भी यह नहीं देखा कि उनकी सेवा कौन कर रहा है।''
#WATCH | On 'nameplates' on food shops on the Kanwar route in UP, RLD MP & Union Minister Jayant Chaudhary says, "It doesn't appear to be well thought out and well-reasoned decision. Any decision shouldn't cause harm to the sense of well-being of the community and harmony in the… pic.twitter.com/ULYQdKy8de
— ANI (@ANI) July 21, 2024
इससे पहले योग गुरु बाबा रामदेव ने कांवर यात्रा के मार्ग पर भोजनालय के बाहर मालिक का नाम प्रदर्शित करने के यूपी सरकार के आदेश पर प्रतिक्रिया व्यक्ति की थी, जिसमें उन्होंने समर्थन किया। बाबा ने कहा कि किसी को भी अपनी पहचान उजागर करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर किसी को अपने नाम पर गर्व होना चाहिए।
योग गुरु ने पूछा कि अगर रामदेव को अपनी पहचान उजागर करने में कोई दिक्कत नहीं है तो रहमान को दिक्कत क्यों होनी चाहिए। आदेश का समर्थन करते हुए रामदेव ने कहा कि अगर कोई शुद्द है तो धर्म कोई मायने नहीं रखता। योग गुरु रामदेव ने मीडिया से कहा, अगर रामदेव को अपनी पहचना बताने में कोई दिक्कत नहीं है तो रहमान को अपनी पहचान बताने में दिक्कत क्यों होनी चाहिए?