नई दिल्ली:कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर पहली बार संसद में होने वाले पारंपरिक कार्यक्रम में न तो कोई वरिष्ठ मंत्री शामिल हुआ और न ही लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू शामिल हुए.
14 नवंबर को नेहरू की जयंती पर हर साल संसद के सेंट्रल हॉल में उनकी तस्वीर पर फूलों से श्रद्धाजंलि दी जाती है.
राज्यसभा में कांग्रेस के चीफ व्हिप जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि संसद में आज पारंपरिक समारोह में उनकी जयंती के अवसर पर असाधारण दृश्य देखने को मिला जिनकी तस्वीर सेंट्रल हॉल को सुशोभित करती है. लोकसभा अध्यक्ष अनुपस्थित रहे, राज्यसभा के सभापति अनुपस्थित रहे और एक भी मंत्री मौजूद नहीं. क्या इससे ज्यादा नृशंस हो सकता है?!
अन्य विपक्षी नेताओं ने भी इसकी निंदा की. टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने लिखा कि मुझे इससे ज्यादा आश्चर्य नहीं हो सकता है. यह शासन एक न एक दिन संसद सहित भारत की महान संस्थाओं को नष्ट कर देगी.
आज सुबह सेंट्रल हॉल में आयोजित समारोह में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय में राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने भाग लिया. इसके अलावा, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और संसद के अन्य सदस्य उपस्थित थे.
जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर का अनावरण भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एस राधाकृष्णन ने 5 मई, 1966 को संसद भवन के सेंट्रल हॉल में किया था.
इससे पहले देश की स्वतंत्रता के 75 सालों के जश्न के लिए बनाए गए आजादी का अमृत महोत्सव के पोस्टर से भी नेहरू की तस्वीर हटाए जाने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी.