Jan Suraaj Party 2024: गांधी जयंती के दिन जन सुराज के संस्थापक एवं चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आधिकारिक तौर पर अपनी राजनीतिक पार्टी जन सुराज का ऐलान कर दिया। इस दौरान अपने अपने संबोधन के दौरान उन्होंने बताया कि उन लोगों को चुनाव आयोग से जन सुराज पार्टी के तौर पर अनुमति मिल गई है। उन्होंने कहा कि जन सुराज अभियान 2-3 साल से चल रहा है। लोग पूछ रहे हैं कि हम पार्टी कब बनाएंगे। हम सभी को भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहिए कि आज चुनाव आयोग ने आधिकारिक तौर पर जन सुराज को पार्टी के रूप में स्वीकार कर लिया है। प्रशांत किशोर के मंच पर पहुंचते ही जन सुराज के कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना के साथ हुई। इस दौरान प्रशांत किशोर समेत जन सुराज के सभी सदस्य खड़े होकर इतनी शक्ति हमें देना दाता.. गीत गया।
इसके बाद प्रशांत किशोर ने बताया अब उनकी पार्टी का नाम जन सुराज पार्टी होगा। हालांकि, प्रशांत किशोर ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से भी पूछा- जन सुराज पार्टी नाम ठीक है न ? आप लोगों को पसंद है न? अगर पसंद नहीं है तो हम चुनाव आयोग के पास फिर जाएंगे। इस दौरान प्रशांत किशोर ने जय जय बिहार का नारा दिया।
पटना में वेटेनरी कॉलेज ग्राउंड में जन सुराज के कार्यक्रम के दौरान प्रशांत किशोर भी बीच-बीच में आकर लोगों से संवाद करते रहे। दरअसल भीड़ से जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर के संबोधन की आवाज उठने लगी। इसलिए प्रशांत किशोर मंच पर आकर थोड़ी देर के लिए लोगों को संबोधित करने लगे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर बिहार को विश्वस्तरीय शिक्षा व्यवस्था बनानी है तो अगले 10 सालों में 5 लाख करोड़ रुपए की जरूरत है। जब शराबबंदी हटेगी तो वह पैसा बजट में नहीं जाएगा और न ही नेताओं की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल होगा, न ही सड़क, पानी और बिजली के लिए इस्तेमाल होगा। उसका इस्तेमाल सिर्फ बिहार में नई शिक्षा व्यवस्था बनाने में होगा।
उन्होंने कहा कि शराबबंदी की वजह से बिहार को हर साल 20,000 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। इस दौरान जाने माने शिक्षक केसी सिन्हा, वरिष्ठ वकील वाईवी गिरी, पूर्व मंत्री मोनाजिर हसन, पूर्व एमएलसी रामबली चंद्रवंशी, पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव सहित कई लोगों ने लोगों को संबोधित किया। जन सुराज पार्टी के स्थापना कार्यक्रम में प्रार्थना के बाद संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई।
जन सुराज में राजनीतिक पार्टियों के कद्दावर नेताओं के साथ पूर्व आईएएस-आईपीएस अधिकारी, उद्योगपति, साहित्यकार, पत्रकार, कला समेत अन्य क्षेत्रों के लोग शामिल हैं। बता दें कि 2 अक्टूबर 2022 से जन सुराज अभियान के तहत प्रशांत किशोर पूरे बिहार की पदयात्रा पर हैं। उनकी पदयात्रा अब तक 17 जिले में हो चुकी है। दो साल के दौरान प्रशांत किशोर ने लगभग 5 हजार किमी की पदयात्रा की है और 5500 से अधिक गांवों में पैदल चलकर गए हैं।