जम्मूः परिसीमन के बाद जम्मू-कश्मीर में चुनाव करवाए जाने की बात कही जा रही थी, अब उस पर विवाद बढ़ता जा रहा है। हालत यह है कि इसे लेकर अगर नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी विरोध में खड़ी थी अब प्रदेश भाजपा ने भी इसके प्रति नाखुशी जाहिर की है।
ऐसे में नेकां और भाजपा परिसीमन आयोग की संस्तुतियों के खिलाफ अगले हफ्ते अपनी अपनी आपत्तियां पेश करने जा रही हैं। पीडीपी भी ऐसा करने की इच्छुक है पर आयोग में उसका कोई सदस्य न होने के कारण वह ऐसा नहीं कर पाएगी। भाजपा को कुछ विघानसभा सीटों को समाप्त करने, कुछेक को अन्य के साथ मिला देने तथा कुछेक को रिजर्व करने पर सख्त एतराज है।
विधानसभा क्षेत्रों में एतराज हैं वहां उसके कार्यकर्ता पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं। कश्मीर के विधानसभा क्षेत्रों और जम्मू संभाग के कुछ लोकसभा क्षेत्रों को कश्मीर के साथ जोड़ दिए जाने पर नेशनल कांफ्रेंस के साथ ही पीडीपी को एतराज है। इस विरोध की खातिर अब उसने आपत्तियों का दस्तावेज 14 फरवरी से पहले आयोग के समक्ष प्रस्तुत करने की खातिर एक समीति का गठन किया है।
इसी प्रकार की समीति का गठन भाजपा द्वारा भी किया गया है। इतना जरूर था कि परिसीमन आयोग की संस्तृतियों ने जम्मू कश्मीर में विधानसभा हल्कों में जो व्याप्क फेरबदल करने की सिफारिशें की हैं उसके कारण अब सभी सियासी समीकरण बदल जाएंगें। और ऐसे में कइयों को यह रास इसलिए नहीं आ रहा है क्योंकि कई दिग्गज नेताओं को फिर से अपनी पैठ बनाने की खातिर अथक मेहनत करनी पड़ेगी।