जम्मू-कश्मीरः अगस्त से हिरासत में रखे गए पांच नेताओं को किया रिहा, फारूक अब्दुल्ला- उमर अब्दुल्ला और महबूबा अभी भी नजरबंद
By रामदीप मिश्रा | Updated: December 30, 2019 18:13 IST2019-12-30T18:13:29+5:302019-12-30T18:13:29+5:30
जम्मू-कश्मीरः जिन नेताओं को रिहा किया गया है उनमें इश्फाक जब्बार, गुलाम नबी भट, बशीर मीर और जहूर मीर और यासिर रेशी शामिल हैं।

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जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के दौरान हिरासत में लिए गए पांच नेताओं को सोमवार को रिहा कर दिया गया है। हालांकि, कश्मीर के तीन सबसे प्रमुख नेताओं में नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, उनके बेटे उमर अब्दुल्ला और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती अभी भी नजरबंद हैं। केंद्र सरकार की ओर से अभी तक उनकी रिहाई के लिए कोई निश्चित तारीख नहीं दी है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर से अगस्त में आर्टिकल 370 को हटाया गया था। इस दौरान हिरासत में लिए गए दो पूर्व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के विधायक, दो पूर्व नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक और एक पूर्व निर्दलीय विधायक को सोमवार को रिहा कर दिया गया।
सूत्रों के माध्यम से बताया गया है कि जिन नेताओं को रिहा किया गया है उनमें इश्फाक जब्बार, गुलाम नबी भट, बशीर मीर और जहूर मीर और यासिर रेशी शामिल हैं।
Sources: The leaders who have been released include Ishfaq Jabbar and Ghulam Nabi Bhat, Bashir Mir and Zahoor Mir and Yasir Reshi. #JammuAndKashmirhttps://t.co/sK03P6XP6y
— ANI (@ANI) December 30, 2019
इससे पहले पीडीपी ने रविवार को जम्मू और कश्मीर के राजनीतिक नेताओं की रिहाई की अपनी मांग दोहराई थी। साथ में पार्टी ने कहा था कि इस क्षेत्र में मौजूदा स्थिति लोकतंत्र के विचार को कमजोर कर रही है। मौजूदा स्थिति आपातकाल के दिनों की यादों को ताजा कर रही है। पीडीपी के महासचिव और विधान परिषद के पूर्व सदस्य सुरिंदर चौधरी ने कहा था कि शांति कायम करने के लिए, सरकार को मौजूदा स्थिति पर गौर करना चाहिए जो बहुत गंभीर और चिंताजनक है।
आपको बता दें कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा दिया था, जिसके बाद राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया।