डांगरी हमला: पुलिस के हत्थे अभी तक नहीं चढ़े आतंकी, पीड़ितों के परिवारों ने दिया 15 दिन का 'अल्टीमेटम'
By सुरेश एस डुग्गर | Published: February 8, 2023 02:17 PM2023-02-08T14:17:25+5:302023-02-08T14:19:01+5:30
तमाम कोशिशों के बावजूद डांगरी नरसंहार का मामला अनसुलझा है। पुलिस को शक है कुछ लोग आतंकियों की मदद कर रहे हैं, इसलिए वे अभी तक छुपे हैं और उन्हें लेकर कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
जम्मू: साल के पहले ही दिन आतंकियों ने राजौरी के डांगरी गांव में जिस नरसंहार को अंजाम दिया था वह अब सुरक्षाबलों के गले की फांस बन कर रह गया है। कई दावों और सूचना देने के लिए 10 लाख के इनाम की घोषणा के बावजूद कोई हमलावर हत्थे नहीं चढ़ा है। पुलिस को शक है कि कुछ स्थानीय नागरिक ही हमलावरों को शरण दिए हुए हैं जिस कारण वे अभी तक बच रहे हैं।
इस साल पहली जनवरी को डांगरी में दोहरे नरसंहार में 7 हिन्दुओं की टार्गेट किलिंग की गई थी। आनन फानन में तब गांव के आसपास अतिरिक्त सुरक्षा चौकियां बनाकर कई जवान भी तैनात कर दिए गए। एक बार तो दावा यहां तक कर दिया गया कि दो हमलावर मारे गए हैं। पचास से अधिक संदिग्ध अभी तक पुलिस हिरासत में हैं।
इन सबके बावजूद डांगरी नरसंहार का मामला अनसुलझा है। पुलिस कहती है कि वह अब 10 लाख के इनाम की राशि को बढ़ाने जा रही है ताकि हमलावरों के प्रति कोई ठोस जानकारी मिल सके।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार सवा महीने से राजौरी के कई गांवों में तलाशी अभियान जारी है। कई बार आतंकी देखे जाने की सूचनाएं भी मिलीं, पर कोई हाथ नहीं आया। अब इस नरसंहार को लेकर किरकिरी का सामना इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि नरसंहार के पीड़ितों के परिवारों ने 15 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कोई बड़ा कदम उठाने की चेतावनी दी है।