जम्मू कश्मीर: सेना के इस जवान की दहाड़ से भाग खड़े हुए थे आतंकी, श्रीनगर आर्मी कैंप पर बड़ा हमला होने से टला
By कोमल बड़ोदेकर | Published: February 15, 2018 02:52 PM2018-02-15T14:52:37+5:302018-02-15T15:03:45+5:30
सीआरपीएफ के जवान रघुनाथ ने मीडिया को बताया कि जब मुझे पता चला कि ये आतंकी हैं तो मैं सामने आया और उनको ललकारा।
श्रीनगर, 15 फरवरी। श्रीनगर के करन नगर स्थित आर्मी कैंप पर आतांकी हमले की कोशिश को नाकाम करने वाले सीआरपीएफ कॉन्सटेबल रघुनाथ घाइत ने हिम्मत का परचम लहराते हुए आतंकियों को ललकारा और उन्हें वहां से खदेड़ने में अहम भूमिका निभाई। सीआरपीएफ के जवान रघुनाथ ने मीडिया को बताया कि जब मुझे पता चला कि ये आतंकी हैं तो मैं सामने आया और उनको ललकारा। ये हादसा सुबह 4:30-5 बजे के करीब हुआ। अगर ये लोग कैंप के अंदर चले जाते तो बहुत नुकसान हो जाता।
Mujhe jab pata chala ki yeh militant hain, main saamne aaya aur unko lalkaara. Yeh haadsa subha 4.30-5 baje ke kareeb hua. Agar yeh log camp ke andar chale jaate toh bahot nuksan ho jaata: Raghunath Ghait, CRPF constable who foiled Karan Nagar (Srinagar) terror attack. pic.twitter.com/G1sToIaxLI
— ANI (@ANI) February 15, 2018
बता दें कि बीते सोमवार तड़के सुबह करीब साढ़े चार बजे श्रीनगर के करन नगर स्थित सीआरपीएफ के 23 बटालियन शिविर में एक सुरक्षा कर्मी ने हथियारों से लैस दो आतंकियों को कैंप में घुसने की कोशिश करते देखा था। इस दौरान सुरक्षाकर्मी ने उन्हें ललकारा और फायरिंग कर उन आतंकियों को वहां से खदेड़ा। इसके बाद इस पूरे घटनाक्रम की सूचना तुरंत अन्य जवानों को दी गई थी, जिसके बाद सेना ने इलाके को चारों ओर से घेर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था। इन आतंकियों के पास एके-47 राइफल्स और असलहे से लैस बैग भी देखा गया था।
आतंकियों से 34 घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद सेना को सफलता हासिल हुई थी। इस दौरान दोनो ही आतंकी मार गिराए गए और दोनों के पास से असलहा बरामद किया था। इस मुठभेड़ में एक जवान के शहीद जबकि 1 सुरक्षाकर्मी घायल हो गया था।