कांग्रेस का दावा: जम्मू-कश्मीर में उसके नेताओं की सुरक्षा घटाई गई, बीजेपी के नेताओं को ज्यादा सुरक्षा कराई जा रही है मुहैया
By भाषा | Published: October 26, 2019 08:37 PM2019-10-26T20:37:17+5:302019-10-26T20:37:17+5:30
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि जम्मू-कश्मीर में उसके नेताओं की सुरक्षा में जानबूझकर कमी कर दी गई है। कांग्रेस ने कहा कि यहां तक कि जेकेपीसीसी के अध्ययक्ष जीए मीर की सुरक्षा भी कम कर दी गई है।
जम्मू-कश्मीर की कांग्रेस इकाई ने शनिवार को आरोप लगाया है कि राज्य प्रशासन ने जानबूझकर उसके नेताओं और विपक्ष के अन्य सदस्यों की सुरक्षा घटाई है ताकि उन्हें जनता तक पहुंचने से रोका जा सके। कांग्रेस ने दावा किया कि सरकार में कोई आधिकारिक पद नहीं रखने वाले भाजपा नेताओं को पार्टी के पूर्व मंत्रियों, सांसदों और विधायकों के मुकाबले बेहतर सुरक्षा और वाहन मुहैया कराए गए हैं।
जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति (जेकेपीसीसी)ने जारी बयान में कहा, 'राज्यपाल प्रशासन विपक्षी नेताओं खासतौर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की सुरक्षा और कम करके एवं चहेतों को सुविधा देने की नीति के तहत राजनीतिक रूप से कम कद रखने वाले भाजपा नेताओं को अधिक सुरक्षा एवं वाहन मुहैया कर रहा है।'
बयान में कहा गया, 'यह जानबूझकर किया जा रहा है ताकि इन नेताओं को जनता से दूर रखा जा सके।'
कांग्रेस ने कहा कि यहां तक कि जेकेपीसीसी के अध्ययक्ष जीए मीर की सुरक्षा भी कम कर दी गई है। पार्टी ने कहा, 'कश्मीर में अधिकतर शीर्ष नेता अपने घरों तक सीमित रह गए हैं और अन्यत्र नेताओं को भेदभावपूर्ण रवैये के जरिये ऐसा करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। कांग्रेस ने केंद्र और राज्य प्रशासन से विपक्ष के खिलाफ भेदभावपूर्ण और बदले की कार्रवाई में शामिल नहीं होने को कहा है।
पार्टी ने कहा, 'शांति, सौहार्द और क्षेत्रीय एकता की विरोधी ताकतें मुख्यधारा और राष्ट्रवादी शक्तियों को राजनीतिक और सामजिक गतिविधियों से दूर रखने की कोशिश कर रही हैं। सुरक्षा कम करने से नेता राष्ट्रविरोधी और असमाजिक ताकतों के आसान शिकार हो सकते हैं और इसके साथ ही राजनीतिक गतिविधियां भी बाधित होंगी जो दुश्मनों को हराने के लिए लोकतांत्रिक माहौल बनाने में जरूरी है।'