अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद NSA अजीत डोभाल ने शोपियां में सुरक्षबलों और कश्मीरियों से की मुलाकात
By रामदीप मिश्रा | Updated: August 7, 2019 17:59 IST2019-08-07T17:59:09+5:302019-08-07T17:59:09+5:30
अजित डोभाल ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मंगलवार (06 अगस्त) को राज भवन में मुलाकात की थी और राज्य के आंतरिक तथा बाह्य सुरक्षा परिदृश्य पर चर्चा की थी। राज भवन के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी थी।

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राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल इस समय कश्मीर दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने सुरक्षाबलों से मुलाकात की है और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। कश्मीर दौरे के दौरान शोपियां में पहुंचे डोभाल ने न केवल सुरक्षाबलों से मुलाकात की बल्कि कश्मीरियों के साथ खाना भी खाया है। दरअसल, अनुच्छेद 370 के हटने के बाद नरेंद्र मोदी सरकार की कश्मीर घाटी में किसी भी तरह का उपद्रव न हो इसके लिए हर स्थिति पर नजर रखे हुए है।
आपको बता दें कि अजित डोभाल ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मंगलवार (06 अगस्त) को राज भवन में मुलाकात की थी और राज्य के आंतरिक तथा बाह्य सुरक्षा परिदृश्य पर चर्चा की थी। राज भवन के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी थी।
#WATCH Jammu and Kashmir: National Security Advisor Ajit Doval interacts with locals in Shopian, has lunch with them. pic.twitter.com/zPBNW1ZX9k
— ANI (@ANI) August 7, 2019
उन्होंने बताया था कि संसद में जम्मू कश्मीर से संबंधित घटनाक्रमों के मद्देनजर राज्यपाल और डोभाल ने आंतरिक और बाहरी सुरक्षा स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान दोनों ने आम जनता की रक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया था। साथ ही किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न विभागों के लगातार चौकस रहने, सतर्कता बनाए रखने और पूर्ण तैयारी रखने की जरूरत पर भी जोर दिया।
Jammu and Kashmir: National Security Advisor Ajit Doval meets security personnel in Shopian. DGP Dilbag Singh also present. pic.twitter.com/fMJH00z6uc
— ANI (@ANI) August 7, 2019
उन्होंने बताया था कि राज्यपाल और डोभाल ने विभिन्न विभागों से अपने कामकाज में तालमेल बनाए रखने को भी कहा। उल्लेखनीय है कि अगस्त को भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया, जिससे संबंधित संकल्प को संसद ने भी पारित कर दिया है।