(ग्रैफिकः संदीप दाहिमा)श्रीनगर, 12 फरवरी। जम्मू-कश्मीर में सेना पर बीते तीन दिनों में तीन आतंकी हमले किए गए हैं। इनमें सुंजावां स्थित आर्मी कैंप पर हुआ टेरर अटैक सबसे बड़ा आतंकी हमला है। बीते 54 घंटों से भारतीय जवानों का सुंजवा आतंकी हमले के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। जबकि सोमवार तड़के शोपियां में आतंकियों ने आर्मी कैंप फायरिंग और श्रीनगर के करन नगर स्थित आर्मी कैंप आतंकी हमले की कोशिश शामिल है। यहां पढ़ें बीते कुछ सालों में आर्मी कैंप पर अब तक हुए 10 आतंकी हमलों की दास्तान।
10 फरवरी 2018 सुंजवां आतंकी हमला
बीते शनिवार (10 फरवरी) को आतंकियों ने घात लगाकर जम्मू-कश्मीर के सुंजवा में आर्मी कैंप पर हमला किया। 54 घंटे बीत जाने के बाद भी हमले के खिलाफ सेना का ऑपरेशन जारी है। इस हमले में अब तक 5 जवान शहीद हो गए हैं, जबकि 1 बुजुर्ग की मौत हो गई है। इसके अलावा 6 जवान और 6 आम नागरिक घायल बताए जा रहे हैं। जबकि 4 आतंकियों को मार गिराया गया है।
12 फरवरी 2018 शोपियां हमला
शोपियां के आर्मी कैंप में सोमवार (12 फरवरी) अलसुबह सेना के कैंप पर कई राउंड फायरिंग की जिसका सुरक्षाकर्मियों ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए आतंकियों को वहां से खदेड़ दिया। हालांकि सेना का सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है।
12 फरवरी 2018 श्रीनगर के करन नगर आर्मी कैंप पर हमला
श्रीनगर के करन नगर स्थित आर्मी कैंप में हमला करने के फिराक में दो आतंकियों ने घुसने की कोशिश की। घटना सोमवार (12 फरवरी) सुबह की है जहां कैंप में हमले की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी ने फायरिंग कर खदेड़ा। सूचना मिलते ही सेना ने इलाके घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया।
29 नवंबर 2016 नगरोटा और सांबा में आतंकी हमला
29 नवंबर 2016 को जम्मू से 20 किलोमीटर दूर नगरोटा और सांबा में आतंकी हमला हुआ। नगरोटा में सेना की यूनिट पर हुए हमले में कुल सात जवान शहीद हुए हैं जिनमें 2 अफसर हैं और 5 जवान थे। आतंकियों ने पुलिस की वर्दी पहनकर सेना की यूनिट पर ग्रेनेड फेंका। आर्मी कैंप की ऑफिसर्स मेस में घुसने की कोशिश की। आतंकी उन बिल्डिंगों में घुस गए थे जहां सेना के अफसरों के परिवार रहते थे। इस दौरान उन्होंने 12 सैनिक, दो महिलाओं और दो बच्चों को बंधक बनाया था।
18 सितंबर 2016 उड़ी अटैक
18 सितंबर 2016 को आतंकियों घात लगाकर उड़ी सेक्टर स्थित सेना के कैंप पर हमला किया। इस आतंकि हमले में कुल 19 जवान शहीद हुए। सभी 4 आतंकियों को सेना ने मार गिराया।
6 अक्टूबर 2016 हंदवाड़ा कैंप पर हमला
6 अक्टूबर 2016 को आतंकियों ने हंदवाड़ा के लंगेट स्थित 30 राष्ट्रीय राइफल्स कैंप को अपना निशाना बनाया। तीन आतंकियों ने सुबह करीब 6 बजकर 12 मिनट पर हंदवाड़ा के लंगेट सेना के कैंप के बाहर भारी गोलीबारी शुरू की। सैन्य ऑपरेशन के बाद तीनों आतंकी ढेर बड़ी मात्रा में असलहा बरामद।
5 अगस्त 2015 उधमपुर अटैक
5 अगस्त 2015 को घात लगाकर उधमपुर स्थित आर्मी कैंप पर आतंकियों के एक समूह ने हमला किया। इसमें 2 जवान शहीद, 10 आम नागरिक घायल हुए। 1 आतंकी को जिंदा पकड़ने में सेना कामयाब रही।
7 दिसंबर 2015 में आतंकियों ने की खुली फायरिंग
7 दिसंबर 2015 को बिजबेहरा में आतंकियों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग में 6 सीआरपीएफ जवान गंभीर रूप से घायल।
14 मई 2002 जम्मू के आर्मी कैंप पर हमला
14 मई 2002 में जम्मू के आर्मी कैंप पर हुए हमले में 36 आम नागरिकों की मौत जबकी 48 गंभीर रूप से घायल हुए। मरने वालों में अधिकतर सेना के फैमिली मेंबर थे।
3 नवंबर 1999 बादामी बाग कैंप पर हमला
3 नवंबर 1999 में श्रीनगर बादामी बाग स्थित 15 कॉप्स हेडक्वाटर पर हुए फिदायीन हमले में 10 जवान शहीद।