जम्मूःपाक रेंजरों ने पाक सेना के साथ मिल कर जम्मू सीमा के कई गांवों में गोलों की बरसात कर उस समझौते की धज्जियां उड़ा दी हैं जो उसने दस दिन पहले भारतीय सीमा सुरक्षाबल के साथ किया था। गोलाबारी में एक बीएसएफ जवान की मौत हो गई। कई घरों को जबरदस्त क्षति पहुंची है।
बीएसएफ के दावानुसार, उस पार भी जवाबी कार्रवई से भारी तबाही पहुंचाई गई है। फिलहाल बीएसएफ की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है पर सांबा जिले के पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है कि जम्मू सीमा के रामगढ़ सेक्टर के नारायणपुर सीमा क्षेत्र में तैनात बीएसएफ के हेड कांस्टेबल लाल फरण कीमा ने आज तड़के अस्पताल में दम तोड़ दिया।
अधिकारियों ने बताया कि देर रात 12 बजे के करीब पाक रेंजरों ने मोर्टार गोलों की बरसात कर बीएसएफ तथा सीमावासियों को चौंका दिया था। पाक रेंजरों ने अरनिया और रामगढ़ सेक्टर की कई सीमा चौकियों के अतिरिक्त कई सीमांत गांवों को सीधा निशाना बनाते हुए गोले दागे थे। चिंता की बात यह बताई जा रही है कि इन गोलों के निशाने अधिकतर नागरिक ठिकाने ही थे।
क्योंकि यह गोले जीरो लाइन से 3 से 4 किमी भीतर तक लैंड कर रहे थे। चिनाज सीमा चौकी क्षेत्र के गांव चानना के रहने वाले राजकुमार ने फोन पर बताया था कि गोलाबारी के कारण बच्चे डरे हुए हैं क्योंकि वे रातभर से घर के भीतर बनाए गए बंकर मंें ही छुपे हुए हैं। करीब दस दिनों से सीमांत क्षेत्रों में तनावपूर्ण माहौल था।
हालांकि पाक रेंजरों ने 10 दिन पहले गोलाबारी कर भारी तबाही मचाने के बाद बिना उकसावे के गालीबारी न करने का जो समझौता किया था वह रात को तोड़ दिया था। वैसे यह कोई पहला अवसर नहीं था कि पाक सेना और पाक रेंजरों ने मौखिक और लिखित समझौतों की धज्जियां उड़ाई हों। अभी तक का रिकार्ड ऐसे समझौतों की उम्र सबसे कम एक घंटा रही है।
बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि पाक सेना की इस कार्रवाई का कड़ा जवाब दिया गया है और उन्होंने सीमा पार पाक ठिकानों को जबरदस्त क्षति पहुंचाने का दावा भी किया। उनका कहना था कि पाक रेंजर ऐसी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं इसलिए सीमांत क्षेत्रों मंें हाई अलर्ट जारी किया गया है।