जम्मू-कश्मीर: जुमे की नमाज पर नजर आईं पाबंदियां, LoC पर फूटती रहीं बारूदी सुरंगें
By सुरेश एस डुग्गर | Published: November 1, 2019 06:54 PM2019-11-01T18:54:44+5:302019-11-01T18:54:44+5:30
कश्मीर में जुमे की नमाज के दौरान राष्ट्र विरोधी तत्व शांति के माहौल को बिगाड़ न दे इसको लेकर कई इलाकों में पाबंदियां लगाने के साथ सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाई गई है।
केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में घाटी एक बार फिर जुमे (शुक्रवार) की नमाज पर पाबंदियों में घिरी नजर आई। जबकि पुंछ जिले में मेंढर के मनकोट सेक्टर में एलओसी पर जीरो लाइन से सटे जंगली इलाके में लगातार दूसरे दिन भी आग भड़कती रही जिस कारण बारूदी सुरंगों में विस्फोट हुए हैं। इस कारण लोगों में दहशत फैल चुकी है।
कश्मीर में जुमे की नमाज के दौरान राष्ट्र विरोधी तत्व शांति के माहौल को बिगाड़ न दे इसको लेकर कई इलाकों में पाबंदियां लगाने के साथ सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाई गई है। हालांकि इन प्रशासनिक पाबंदियों का असर आम जनजीवन पर भी पड़ा। कहीं नमाजियों में शामिल शरारती तत्व सड़कों पर उतर किसी को नुकसान न पहुंचाए इसको लेकर सुरक्षाबलों ने कई जगह अवरोधक भी लगाए हुए हैं। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए हर बार भी तरह इस बार भी ऐतिहासिक जामिया मस्जिद, हजरतबल दरगाह और खानकाह मौला में नमाज-ए-जुमा की अजान नहीं हुई।
जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यह कश्मीर में पहला जुमा है। लेफ्टिनेंट गवर्नर जीसी मुर्मू ने भी पदभार संभालने के बाद प्रशासनिक कार्य की शुरूआत कर दी है। हालांकि उन्होंने अधिकारियों को यह स्पष्ट निर्देश दे दिए हैं कि जम्मू कश्मीर के सभी विभाग पहले की तरह ही काम करेंगे।
पिछले तीन दिनों में कश्मीर में घटी आतंकवादी घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने यह पाबंदियां लगाई हैं। श्रीनगर के डाउन-टाउन सहित सभी संवेदनशील इलाकों में यह पाबंदियां लागू की गई हैं। हालांकि सीविल लाइन्स इलाकों में किसी भी तरह की रोक-टोक नहीं है। इन पाबंदियों की वजह से आज श्रीनगर की सड़कों पर बीते दिनों की अपेक्षा वाहनों की संख्या बहुत कम रही।
इस बीच पुंछ जिले में मेंढर के मनकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर जीरो लाइन से सटे जंगली इलाके में लगातार दूसरे दिन भी आग भड़कती रही और बारूदी सुरंगों के फटने का सिलसिला जारी रहा। दिन भर इलाके के लोग दहशत में रहे। गौरतलब है कि बुधवार देर शाम को नाड़ मनकोट क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के उस पार लगी आग भारतीय क्षेत्र के जंगली तक पहुंच गई और कुछ ही समय बाद आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया था। आग के कारण क्षेत्र में दबी बारूदी सुरंगे फटने का क्रम शुरू हो गया जोकि शुक्रवार को दिन भी जारी रहा।
सेना के जवान, वन विभाग के कर्मचारी इस आग को आगे फैलने से रोकने में जुटे रहे। सूत्रों का कहना है कि आग की चपेट में आए क्षेत्र में बारूदी सुरंगें बिछी हैं, जिसके चलते जवानों को आग पर काबू पाने में काफी दिक्कतें हो रही हैं।