लाइव न्यूज़ :

जम्मू-कश्मीर: पुंछ के जंगलों से भागे कई आतंकियों के शोपियां में दिखने का दावा! सेना चला रही है तलाशी अभियान

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: November 5, 2021 16:22 IST

जम्मू-कश्मीर: ग्रामीणों की सूचना के आधार पर सेना ने हीरपोरा के जंगल में एक सघन तलाशी अभियान चला रखा है। हीरपोरा एतिहासिक मुगल रोड पर स्थित जिला शोपियां का अंतिम गांव है।

Open in App

जम्मू, 5 नवम्बर। पुंछ के जंगलों में आतंकियों से मुठभेड़ के बाद दावा किया जा रहा है कई आतंकी यहां से भाग कर शोपियां पहुंच गए हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं हो सकी है।

पुंछ के जंगलों में 20 दिनों तक चली अब तक की सबसे लंबी मुठभेड़ में सेना के 9 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, सेना ने जिन दर्जन भर आतंकियों को मार गिराने का दावा किया था उनके शव वह अभी तक तलाश नहीं पाई है।

बताया जा रहा है कि दक्षिण कश्मीर में जिला शोपियां के हीरपोरा और उसके साथ सटे इलाकों में करीब एक दर्जन विदेशी आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सुरक्षाबलों ने एक विशेष तलाशी अभियान चलाया है। सूचना है कि यह आतंकी पुंछ के भाटा धुरियां में सेना की घेराबंदी से निकलकर ही दक्षिण कश्मीर पहुंचे हैं। अलबत्ता, पुलिस या सेना ने इस विषय में अधिकारिक तौर पर कुछ भी कहने से इनकार किया है।

सूत्रों ने बताया कि करीब तीन दिन पहले हीरपोरा शोपियां में कुछ लोगों ने जंगल में स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों को देखकर निकटवर्ती सैन्य चौकी को सूचित किया था। हीरपोरा का जंगल जिला पुंछ और शोपियां की सीमा पर स्थित है। 

ग्रामीणों की सूचना के आधार पर सेना ने हीरपोरा के जंगल में एक सघन तलाशी अभियान चला रखा है। हीरपोरा एतिहासिक मुगल रोड पर स्थित जिला शोपियां का अंतिम गांव है। हीरपोरा जंगल को संरक्षित वन्य जीव क्षेत्र भी घोषित किया गया है। सैन्य सूत्रों ने बताया कि कि पुंछ के भाटा धुरियां के जंगल से आतंकी इस इलाके में अगर आए हैं तो वह बच नहीं पाएंगे।

पुंछ के भाटा धुरियां में 10 अक्तूबर को सेना ने स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों के एक दल को देखे जाने की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया था। इस अभियान में नौ सैन्यकर्मी शहीद हो चुके हैं। एक आतंकी जिया मुस्तफा भी मारा गया है। जिया मुस्तफा जंगल में छिपे आतंकियों के साथ लगातार संपर्क में था। 

अलबत्ता, 24 अक्तूबर के बाद भाटा धुरियां में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच कोई मुठभेड़ नहीं हुई है। करीब पांच हजार सुरक्षाकर्मी भाटा धुरियां और उसके साथ सटे इलाकों में आतंकियों के खिलाफ अभियान में हिस्सा ले रहे हैं। इसके बावजूद आतंकियों का सुराग नहीं मिल रहा है और दावा किया जा रहा है कि यह आतंकी घेराबंदी तोड़ भाग दक्षिण कश्मीर में पहुंच गए हैं।

टॅग्स :जम्मू कश्मीरआतंकवादीभारतीय सेना
Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटIPL 2026 Auction: कौन हैं औकिब नबी डार ? जम्मू और कश्मीर के ऑलराउंडर जिन्हें दिल्ली कैपिटल्स ने ₹8.40 करोड़ में खरीदा

भारतआतंकी मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए जवान अमजिद अली, पुलिस ने शहादत को किया सलाम

भारतजम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बिजली सकंट, भयंकर ठंड के बीच बिजली की कटौती से लोगों को हो रही परेशानी

भारतIndo-Pak War 1971: शौर्य और पराक्रम से पाक को चटाई थी धूल

भारतएनआईए ने पहलगाम आतंकी हमले के लिए टॉप LeT कमांडर साजिद जट्ट को मुख्य साज़िशकर्ता बताया

भारत अधिक खबरें

भारतकौन हैं ऋतुराज सिन्हा?, नितिन नबीन की जगह दी जाएगी बड़ी जिम्मेदारी

भारतहैदराबाद का रहने वाला था बोंडी बीच शूटर साजिद अकरम, उसका बेटा ऑस्ट्रेलियाई नागरिक, तेलंगाना पुलिस ने की पुष्टि

भारतभाजपा को मां के समान मानते?, बिहार प्रमुख संजय सरावगी बोले-आगे बढ़ाने की दिशा में ईमानदारी से काम करेंगे

भारतहरियाणा सरकारः 23वां जिला हांसी, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने की घोषणा

भारतमहिला डॉक्टर का हिजाब हाथों से खींचकर हटाने से विवादों में घिरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विपक्ष हमलावर