जम्मू-कश्मीर में कोरोना की दूसरी लहर, बाहर से आने पर पाबंदी नहीं, रेल, जहाज और निजी वाहनों से आने की अनुमति
By सुरेश एस डुग्गर | Published: April 8, 2021 05:08 PM2021-04-08T17:08:03+5:302021-04-08T20:09:07+5:30
जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस संक्रमण के 812 नए मामले सामने आए जो इस साल की एक दिन में सबसे ज्यादा संख्या है।
जम्मूः कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद प्रदेश प्रशासन देश के दूसरे हिस्सों से आने वालों के प्रवेश पर पाबंदी नहीं लगाएगी।
इसे स्पष्ट करते हुए प्रशासन ने कहा कि रेल, जहाज और निजी वाहनों से आने वालों को कोरोना टेस्ट के दौर से गुजरना होगा। यह स्पष्टीकरण उस समय आया जब प्रदेश के लोगो ने बढ़ते कोरोना कहर के बीच टूरिस्टों और श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पाबंदी की मांग उठाई थी।
आम नागरिकों का आरोप था कि कोरोना के डर से प्रशासन स्कूल बंद कर रहा है पर पर्यटन व धार्मिकस्थलों पर भीड़ एकजुट होने दे रहा है।हालांकि प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अंतरराज्यीय यात्री बस सेवा पर अभी भी प्रतिबंध रहेगा और रेल, विमान व निजी वाहनों से यात्रा करने की अनुमति दी जा रही है। प्रदेश में अंतरराज्यीय यात्री बस सेवा पिछले साल मार्च से ही बंद पड़ी हुई है।
लेकिन इतना जरूर था कि रेल, विमान या निजी वाहन से आने वालों के किए जा रहे कोरोना टेस्ट पर अब शक पैदा होने लगा है। ऐसा इसलिए क्योंकि श्रीनगर एयरपोर्ट पर दो प्रवासी टूरिस्टों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बावजूद उनकी कोरोना के कारण मौत हो गई क्योंकि वे दो दिन के बाद पाजिटिव पाए गए थे।
ऐसे में कश्मीर में टूरिस्टों की भीड़ और वैष्णो देवी में श्रद्धालुओं की भीड़ सभी के लिए चिंता का विषय बन चुका है। यह बात अलग है कि वैष्णो देवी यात्रा में 25 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को प्रतिदिन शामिल होने की ही अनुमति है पर पर्यटन व अन्य धार्मिक स्थलों के लिए संख्या का कोई ऐसा प्रतिबंध लागू नहीं है।