जम्मू-कश्मीर: बीजेपी नेता ने कहा सुंजवान आर्मी कैंम्प हमले का रोहिंग्या मुसलमानों से हो सकता है कनेक्शन
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: February 10, 2018 12:12 IST2018-02-10T11:57:58+5:302018-02-10T12:12:18+5:30
शनिवार को जम्मू कश्मीर की शीतकालीन राजधानी जम्मू के सुंजवान स्थित एक आर्मी कैंप में तड़के कुछ आतंकियों ने हमला कर दिया।

जम्मू-कश्मीर: बीजेपी नेता ने कहा सुंजवान आर्मी कैंम्प हमले का रोहिंग्या मुसलमानों से हो सकता है कनेक्शन
जम्मू कश्मीर के सुंजवान आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले पर जम्मू-कश्मीर के बीजेपी विधान परिषद कविंद्र गुप्ता ने इस हमले को रोहिंग्या मुसलमानों से जोड़ा है। एएनआई न्यूज एजेंसी के मुताबिक कविंद्र गुप्ता ने बताया कि हो सकता है आतंकियों ने हमले के लिए रोहिंग्या को हथियार बनाया हो। सुंजवान आर्मी कैंप के पास काफी रोहिंग्या मुसलमान रहते हैं। वहीं इस पर जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम निर्मल सिंह ने कहा कि हमलावर पाकिस्तानी हैं, लेकिन अगर रोहिंग्या का हाथ हुआ तो वह जांच करवाएंगे।कविंद्र गुप्ता ने यह बयान विधानसभा की कार्यवाही के दौरान दिया। उनके बयान के बाद सदन में बीजेपी के विधायक नारेबाजी करने लगे जिसके कारण विधानसभा की कार्यवाही को कुछ देर के लिए स्थगित किया गया।
Have been raising issue of Bangladeshis & Rohingyas living in surrounding areas of Jammu, illegally. They are increasing,if not stopped they'll act as militant orgs' shelter & this may also be connected to them,investigation must be done: BJP MLC Vikram Randhawa on #SunjwanAttackpic.twitter.com/MlQPrRyW3W
— ANI (@ANI) February 10, 2018
शनिवार को जम्मू कश्मीर की शीतकालीन राजधानी जम्मू के सुंजवान स्थित एक आर्मी कैंप में तड़के कुछ आतंकियों ने हमला कर दिया। सुबह करीब 4:55 बजे संतरी को कुछ संदिग्ध गतिविधियों का पता चला। थोड़ी देर बाद ही संतरी के बंकर पर गोलीबारी शुरू हो गई। जम्मू के आईजीपी एसडी सिंह जामवाल ने बताया कि अभी तक आतंकियों की संख्या का पता नहीं चल सका है। वो फैमिली क्वार्टर की तरफ घुस गए हैं। गोलीबारी में दो लोग घायल हुए हैं जिसमें एक हवलदार और उनकी बेटी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल गोलीबारी रुकी हुई है। ऑपरेशन जारी है।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के डीजीपी से सुंजवान आतंकी हमले पर बात की हैं। साथ ही गृहमंत्रालय के अधिकारियों से मामले पर नजर बनाए रखने को कहा गया है।