नई दिल्ली: कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर बनी बॉलीवुड फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को अश्लील और दुष्प्रचार बताने के बाद इजराइली फिल्म निर्देशक नदाव लपिड की इस बयान की कड़ी आलोचना हो रही है। मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के जम्मू-कश्मीर के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने लपिड के बयान को जानकारी के अभाव में दिया गया बयान बताया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, 'द कश्मीर फाइल्स' पर इजरायली निर्देशक नदाव लपिड की टिप्पणी केंद्र शासित प्रदेश में जमीनी स्थिति के बारे में उनके "ज्ञान की कमी" को दर्शाती है। इस बीच बॉलीवुड फिल्म निर्देशक अशोक पंडित ने अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में नदाव लपिड को ज्यूरी प्रमुख बनाए जाने की जांच कराने की मांग की है।
अशोक पंडित ने नाराजगी व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, 'इजराइली फिल्ममेकर नदाव लपिड ने 'द कश्मीर फाइल्स फिल्म' को अश्लील कह कर आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का मजाक बनाया है। उन्होंने बीजेपी सरकार की नाक के नीचे 7 लाख कश्मीरी पंडितों का अपमान किया है। यह भारतीय इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2022 की विश्वसनीयता के लिए बड़ा झटका है, शर्म है।'
भारत के 53वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के समापन समारोह में अपने भाषण में जूरी प्रमुख लपिड ने कहा कि प्रतिष्ठित फिल्म समारोह में द कश्मीर फाइल्स की स्क्रीनिंग देखकर वह परेशान और स्तब्ध हैं। उन्होंने इस फिल्म को अश्लील और दुष्प्रचार करने वाली बताया।