जम्मू-कश्मीर: आतंकवाद से जुड़े शख्स की 6 दुकानें एनआईए ने की जब्त, 2017 के हमले से जुड़ा है मामला
By सुरेश एस डुग्गर | Published: May 10, 2023 04:06 PM2023-05-10T16:06:47+5:302023-05-10T16:06:59+5:30
जम्मू: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर दिसंबर 2017 में हुए आतंकवादी हमले के सिलसिले में कश्मीर के लेथपोरा में आतंकवादी फयाज अहमद खान की छह दुकानें जब्त कर ली हैं। इस हमले में पांच सैनिक शहीद हो गए थे जबकि तीन आतंकवादी जवाबी कार्रवाई में मारे गए थे। जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर छापेमारी के बाद एनआईए ने मई 2022 में मुजम्मिल मुश्ताक भट के साथ खान को गिरफ्तार किया था।
एनआईए अधिकारी ने कहा, द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के दो कार्यकर्ता भट और खान पाकिस्तान स्थित हैंडलरों के साथ संपर्क में थे। वे आतंकवादी गतिविधियों के लिए रसद प्रदान करने, आतंकवादी प्रचार फैलाने, कट्टरपंथी बनाने और प्रतिबंधित संगठन के नए सदस्यों की भर्ती करते थे। टीआरएफ आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की एक शाखा है।
अधिकारी ने कहा कि टीआरएफ और उसके स्वयंभू कमांडर सज्जाद गुल हिंसक गतिविधियों में शामिल होने के लिए जम्मू-कश्मीर के युवाओं को कट्टरपंथी बना रहे हैं, उन्हें प्रेरित और भर्ती कर रहे हैं।
गुल पाकिस्तान स्थित लश्कर के अपने अन्य सहयोगी कमांडरों के साथ, सुरक्षा बलों पर हमले शुरू करने और लक्षित हत्याओं को अंजाम देने के लिए पूर्व-निर्धारित लक्ष्यों की टोह लेने, गोला-बारूद, विस्फोटकों का समन्वय और परिवहन करने के लिए लोगों की भर्ती कर रहा है।
इससे पहले कल एनआईए ने श्रीनगर, कुपवाड़ा, पुंछ और राजौरी सहित जम्मू कश्मीर के 15 स्थानों पर छापेमारी की थी। एनआईए ने शोपियां के 3, अनंतनाग के 4, बडगाम के 2, बारामुल्ला के 1, श्रीनगर के 2, पुंछ के 2 और राजौरी के 1 स्थानों पर तलाशी ली थी। एनआईए की छापेमारी 5 मई को राजौरी जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के पांच जवानों के शहीद होने के कुछ दिनों बाद शुरू हुई है।