लाइव न्यूज़ :

दिल से एसआरसीसी से जुड़े हुए थे जेटली, प्रिंसिपल ने कहा- एक भी बैठक में अनुपस्थिति नहीं रहे, जूनियर बोले- कॉलेज में रैगिंग से बचाया था

By भाषा | Updated: August 24, 2019 20:05 IST

वह एसआरसीसी के अध्यक्ष थे और बाद में 1970 के दशक में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे। एसआरसीसी कॉलेज की प्रिंसिपल स्मृति कौर ने कहा कि संचालन मंडल के सदस्य के तौर पर वह सभी बैठकों में शामिल रहे और एक भी बैठक में अनुपस्थिति नहीं रहे।

Open in App
ठळक मुद्देकौर ने कहा कि वह कॉलेज की विभिन्न पहल को लेकर नियमित आधार पर जेटली से बात करती थीं।एफडीसीआई के अध्यक्ष सुनील सेठी ने जेटली को ऐसे सीनियर के रूप में याद किया जिन्होंने उन्हें कॉलेज में रैगिंग से बचाया था।

राजधानी के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के प्रिंसिपल और उनके जूनियर ने प्रख्यात नेता और इस कालेज के पूर्व छात्र अरुण जेटली को याद करते हुए उन्हें प्रखर वक्ता और जन्मजात नेता बताया जो ‘‘दिल से एसआरसीसी से जुड़े’’हुए थे।

वह एसआरसीसी के अध्यक्ष थे और बाद में 1970 के दशक में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे। एसआरसीसी कॉलेज की प्रिंसिपल स्मृति कौर ने कहा कि संचालन मंडल के सदस्य के तौर पर वह सभी बैठकों में शामिल रहे और एक भी बैठक में अनुपस्थिति नहीं रहे।

उन्होंने कहा, ‘‘उनकी रुचि एसआरसीसी में थी और वह दिल से उससे जुड़े थे। हमने इस साल अपना वार्षिक दिवस मनाया और वह उसमें आए थे। वह करीब दो घंटे तक हमारे साथ रहे। उनका परिवार भी एसआरसीसी के लिए उनके प्यार के बारे में बात करता था। उन्होंने हमेशा हमें सहयोग दिया और उनके निधन से एक खालीपन पैदा हो गया है जिसे कभी भरा नहीं जा सकता।’’

कौर ने कहा कि वह कॉलेज की विभिन्न पहल को लेकर नियमित आधार पर जेटली से बात करती थीं। उन्होंने कहा, ‘‘एक बार हम विचार-विमर्श कर रहे थे कि छात्रों के करियर और मनोविज्ञान के लिए कैसे उन तक काउंसिलिंग सेवाएं पहुंचाई जाए।

एक मिनट के भीतर उन्होंने कहा कि ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफ लाइन काउंसिलिंग करवाई जाए। उनकी वजह से हमारे पास हर समय चलने वाली काउंसिलिंग सेवाएं हैं।’’ फैशन डिजाइन काउंसिल ऑफ इंडिया (एफडीसीआई) के अध्यक्ष सुनील सेठी ने जेटली को ऐसे सीनियर के रूप में याद किया जिन्होंने उन्हें कॉलेज में रैगिंग से बचाया था।

सेठी ने बताया, ‘‘वह सेंट जेवियर स्कूल में मेरे सीनियर थे और कॉलेज में भी। वह मेरे से दो साल सीनियर थे। जब वह तृतीय वर्ष में थे तो मैं प्रथम वर्ष में था। हम एक ही वाद-विवाद टीम में थे और उनके वाक कौशल की वजह से हमारी टीम हमेशा जीतती थी। वह बहुत अच्छे वक्ता थे।’’ उन्होंने कहा कि जेटली किसी भी विषय पर बिना तैयार के बोल सकते थे जबकि दूसरे लोगों को नोट्स बनाने पड़ते थे। सेठी ने याद किया, ‘‘जब वह डीडीसीए में नहीं थे तब भी उनकी क्रिकेट में रुचि थी। कई बार हम मैच देखने फिरोजशाह कोटला मैदान गए थे। उन्हें हमेशा याद रहता था कि कौन-सा टेस्ट मैच किस टीम ने जीता और अन्य जानकारियां भी याद रहती थीं।’’ उन्होंने बताया कि वह कुछ महीने पहले एक पार्टी में जेटली से मिले थे। उन्होंने बताया, ‘‘जेटली को हर किसी से एक उचित दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई थी क्योंकि वह किसी संक्रमण का शिकार नहीं होना चाहते थे। उनका शरीर कमजोर था। इस दौर से गुजरने के बावजूद उन्होंने वहां आने का वक्त निकाल लिया था।’’ जेटली का निधन शनिवार दोपहर 12 बजकर सात मिनट पर एम्स में हो गया। उनका कुछ सप्ताह से अस्पताल में इलाज चल रहा था। वह नौ अगस्त को एम्स में भर्ती हुए थे। भाषा गोला उमा माधव माधव

टॅग्स :अरुण जेटलीदिल्लीभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)अमित शाह
Open in App

संबंधित खबरें

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

क्राइम अलर्टDelhi: जाफराबाद में सड़क पर झड़प, गोलीबारी के बाद 3 गिरफ्तार

भारतIndiGo Flights Cancelled: इंडिगो ने दिल्ली से सभी फ्लाइट्स आज रात तक की बंद, यात्रियों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी

भारतDelhi Traffic Advisory: पुतिन के दौरे को लेकर दिल्ली में ट्रैफिक एडवाइजरी जारी, इन रास्तों पर जाने की मनाही; चेक करें

भारत'अमित शाह ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन का आधार तैयार करने के लिए SIR का इस्तेमाल किया', ममता बनर्जी ने लगाया आरोप

भारत अधिक खबरें

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतWest Bengal: मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी शैली की मस्जिद’ के शिलान्यास को देखते हुए हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी

भारतKyrgyzstan: किर्गिस्तान में फंसे पीलीभीत के 12 मजदूर, यूपी गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: कहां से आया 'जय भीम' का नारा? जिसने दलित समाज में भरा नया जोश

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: आज भी मिलिंद कॉलेज में संरक्षित है आंबेडकर की विरासत, जानें