Rajasthan Cabinet: 'मेरी पार्टी नहीं जीतती है तो मुझे इस्तीफा दे देना चाहिए', इस्तीफे के बाद बोले मीणा
By धीरज मिश्रा | Updated: July 4, 2024 14:34 IST2024-07-04T14:30:09+5:302024-07-04T14:34:11+5:30
Rajasthan Cabinet: राजस्थान में भाजपा सरकार को उस वक्त जोरदार झटका लगा, जब पार्टी के दिग्गज नेता किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री पद सहित अन्य पदों से इस्तीफा दे दिया।

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Rajasthan Cabinet: राजस्थान में भाजपा सरकार को उस वक्त जोरदार झटका लगा, जब पार्टी के दिग्गज नेता किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री पद सहित अन्य पदों से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, ऐलान तो उन्होंने पहले ही कर दिया था। हालांकि, अभी तक सीएम भजन लाल के द्वारा उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। इधर, किरोड़ी लाल मीणा को दिल्ली बुलाया गया है।
#WATCH | Jaipur: On submitting his resignation from the Rajasthan cabinet, BJP leader Kirodi Lal Meena says, "...Despite working actively for the last 10-12 years, I couldn't make my party win in those areas where I have some impact. High Command has asked me to come to Delhi… pic.twitter.com/Gz4NiDg4oH
— ANI (@ANI) July 4, 2024
यहां पर बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व उनसे बात करेंगे और इस्तीफा वापिस लेने के लिए जोर देंगे। वहीं, इस्तीफा देने के बाद मीडिया से रूबरू हुए किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि पिछले 10-12 सालों से सक्रिय रूप से काम करने के बावजूद मैं अपनी पार्टी को उन क्षेत्रों में नहीं जिता पाया, जहां मेरा कुछ प्रभाव है। हाईकमान ने मुझे कल दिल्ली आने को कहा है, मैं वहां जाकर उन्हें मनाने की कोशिश करूंगा, क्योंकि मैंने घोषणा की है कि अगर मैं अपनी पार्टी को नहीं जिता पाया तो मैं इस्तीफा दे दूंगा, और मैंने ऐसा कर दिया है।
यह मेरा नैतिक कर्तव्य है कि अगर मेरी पार्टी नहीं जीतती है तो मुझे इस्तीफा दे देना चाहिए। मैं सीएम से भी मिला, लेकिन उन्होंने मेरा इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। मुझे किसी पद के लिए कोई शिकायत या कोई उम्मीद नहीं है, न सीएम से और न ही संगठन से।
इस्तीफा देने का कारण
लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आए। भाजपा के लिए परिणाम असंतोष जैसे रहे। क्योंकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान राजस्थान की 25 लोकसभा सीट जीतने का दावा किया था। चूंकि, राजस्थान में पहले ही भाजपा सरकार थी, इसलिए यह काम इतना कठिन नहीं था।
लेकिन, जब परिणाम आए तो भाजपा को राजस्थान की 25 सीट में से 13 सीट ही मिली। 12 सीट पर हार का सामना करना पड़ा। वहीं, पीएम मोदी ने राजस्थान की सात सीटों की जिम्मेदारी किरोड़ी लाल मीणा के कंधों पर दी थी। लेकिन, सात सीट में से तीन सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।