बाहुबली मुन्ना बजरंगी हत्याकांडः जेलर रहे उदय प्रताप सिंह व डिप्टी जेलर बर्खास्त

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 22, 2019 01:20 PM2019-06-22T13:20:49+5:302019-06-22T13:20:49+5:30

बाहुबली मुन्ना बजरंगी हत्याकांड के दौरान बागपत जेल में जेलर रहे उदय प्रताप सिंह को जांच के बाद बर्खास्त किया गया है। जबकि मेरठ जेल के डिप्टी जेलर धीरेंद्र कुमार सिंह को बंदियों को अनधिकृत सुविधा दिलाने के मामले में बर्खास्त किया गया है।

Jailer’s laxity led to murder of dreaded don Prem Prakash in Baghpat jail. | बाहुबली मुन्ना बजरंगी हत्याकांडः जेलर रहे उदय प्रताप सिंह व डिप्टी जेलर बर्खास्त

इस मामले की जांच उप महानिरीक्षक कारागार बरेली को दी गयी थी। 

Highlightsयह आदेश ‘कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं’ के महानिदेशक अरविंद कुमार ने शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।गौरतलब है कि बागपत जेल में माफिया डॉन प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी की नौ जुलाई 2018 को जेल में बंद एक अन्य बंदी सुनील राठी ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के एक जेलर और एक डिप्टी जेलर को बर्खास्त कर दिया है। बाहुबली मुन्ना बजरंगी हत्याकांड के दौरान बागपत जेल में जेलर रहे उदय प्रताप सिंह को जांच के बाद बर्खास्त किया गया है। जबकि मेरठ जेल के डिप्टी जेलर धीरेंद्र कुमार सिंह को बंदियों को अनधिकृत सुविधा दिलाने के मामले में बर्खास्त किया गया है।

यह आदेश ‘कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं’ के महानिदेशक अरविंद कुमार ने शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी। गौरतलब है कि बागपत जेल में माफिया डॉन प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी की नौ जुलाई 2018 को जेल में बंद एक अन्य बंदी सुनील राठी ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद जेलर उदय प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया था और जिला कारागार कानपुर के अधीक्षक को इस मामले में जांच अधिकारी बनाया गया था।

रिपोर्ट में लापरवाही बरते जाने की बात सामने आने पर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। पूर्व बसपा विधायक से रंगदारी मांगने के आरोप में मुन्‍ना बजरंगी की बागपत की अदालत में पेशी होनी थी। उसे झांसी से बागपत लाया गया था, पेशी से पहले ही जेल के अंदर उसे गोली मार दी गई थी।

सुनील राठी को मुन्ना बजरंगी की हत्या में आरोपी बनाया गया था, उस वक्त सुनील राठी भी बागपत जेल में बंद था। मुन्ना बजरंगी पर हत्या, लूट, रंगदारी के दर्जनों मामले दर्ज थे। वहीं मेरठ जेल के डिप्टी जेलर रहे धीरेंद्र कुमार सिंह को 2013 में एक निजी समाचार चैनल के स्टिंग आपरेशन में बंदियों को अनधिकृत सुविधा दिलाने हेतु मीडिया कर्मियों से वार्ता एवं भ्रष्टाचार से संबंधित मामले में दोषी पाया गया।

इस मामले की जांच उप महानिरीक्षक कारागार बरेली को दी गयी थी। 

Web Title: Jailer’s laxity led to murder of dreaded don Prem Prakash in Baghpat jail.

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