"मेरे लिए जेल में मरना बेहतर है", जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल ने जज से हाथ जोड़कर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 7, 2024 08:26 AM2024-01-07T08:26:35+5:302024-01-07T08:34:23+5:30
मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल ने विशेष अदालत में जज एमजी देशपांडे के सामने हाथ जोड़कर कहा कि उन्होंने जीवन की हर उम्मीद खो दी है। ऐसे जीवन से बेहतर होगा कि वो जेल में मर जाएं।
मुंबई: अर्श से फर्श पर आने की अनगिनत सच्चाइयों में एक कहानी जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल की भी है। जी हां, केनरा बैंक से कथिततौर पर 538 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद नरेश गोयल ने बीते शनिवार को विशेष अदालत में जज एमजी देशपांडे के सामने हाथ जोड़कर कहा कि उन्होंने जीवन की हर उम्मीद खो दी है।
नरेश गोयल ने जज के सामने बेहद दुखी होकर कहा, "ऐसे जीवन से बेहतर होगा कि वो जेल में मर जाएं।"
अदालत के रिकॉर्ड के अनुसार सत्तर साल से अधिक उम्र के नरेश गोयल की आंखों में आंसू आ गए और उसने कहा कि वह अपनी बीमार पत्नी अनीता को बहुत याद करता है। उनका कैंसर एडवांस स्टेज में है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केनरा बैंक के साथ कथित बैंक धोखाधड़ी के मामले में नरेश गोयल को पिछले साल 1 सितंबर को गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही वो मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद हैं।
नरेश गोयल ने विशेष न्यायाधीश एमजी देशपांडे के समक्ष जमानत याचिका दायर की थी। जिसके बाद उन्हें शनिवार को अदालत में पेश किया गया था। अदालत की कार्यवाही के दौरान नरेश गोयल ने कुछ मिनटों की व्यक्तिगत सुनवाई का अनुरोध किया, जिसकी अनुमति न्यायाधीश एमजी देशपांडे ने दे दी।
अदालत के रिकॉर्ड के अनुसार नरेश गोयल ने हाथ जोड़कर कांपते हुए जज देशपांडे से कहा कि उनका स्वास्थ्य बहुत खराब है। गोयल ने कहा कि उनकी पत्नी अनीता बीमारी के कारण बिस्तर पर हैं और उनकी इकलौती बेटी भी बीमार है।
गोयल ने कहा, "जेल में भी स्टाफ द्वारा की जा रही मदद करने की अपनी सीमाएं हैं।
जज देशपांडे ने कहा, "मैंने उन्हें धैर्यपूर्वक सुना और जब नरेश गोयल अपनी बात रख रहे थे तो मैंने पाया कि उसका पूरा शरीर कांप रहा था। उन्हें खड़े होने के लिए भी सहायता की जरूरत थी।"
नरेश गोयल ने जज देशपांडे से अपने घुटनों की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनमें सूजन और दर्द रहता है, जिसके कारण वो अपने पैरों को मोड़ने में असमर्थ हैं।
जेट एयरवेज़ के संस्थापक ने अदालत से यह भी कहा कि उन्हें पेशाब करते समय गंभीर दर्द होता है और कभी-कभी पेशाब के साथ खून भी आता है। उन्होंने कहा कि वह बहुत कमजोर हो गये हैं। इस कारण से उन्हें जेजे अस्पताल रेफर करने का कोई मतलब नहीं है। आर्थर रोड जेल से अस्पताल तक जेल कर्मचारियों और एस्कॉर्ट पार्टी की सुविधा के अनुसार अन्य कैदियों के साथ यात्रा करने में उन्हें बहुत परेशानी होती है।
गोयल ने कहा, "इसके अलावा अस्पताल में हमेशा मरीजों की लंबी कतार लगी रहती है और वह समय पर डॉक्टर के पास नहीं पहुंच पाते हैं । जब भी डॉक्टर उनकी जांच करते हैं तो आगे का फॉलो-अप संभव नहीं हो पाता है। जिससे उनके स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है।"
उन्होंने जज देशपांडे से रोते हुए कहा कि उनकी पत्नी अनीता कैंसर की एडवांस स्टेज में हैं। उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है क्योंकि उसकी इकलौती बेटी भी स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित है।
जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल ने विशेष अदालत के जज एमजी देशपांडे से अनुरोध करते हुए कहा, "जेजे अस्पताल भेजने की बजाय जेल में ही मरने की अनुमति दी जाए।" (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)