कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केन्द्र सरकार द्वारा पुलवामा हमले में उठाए गए कदमों को नाकाफी बताया. उन्होनें कहा कि सरकार पाकिस्तान का पानी रोकने की बात कर रही है. जो आसान नहीं है. कहना अलग बात है करना अलग बात. शुक्रवार को उज्जैन पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री ने यह बयान पत्रकारों से चर्चा करते दिया.
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार कह रही है कि वह पाकिस्तान का पानी रोक देगी. ऐसा होना मुमकिन नहीं है. दो देशों के बीच पानी का बटवारा अंर्तराष्ट्रीय समझौतो के तहत होता है, जिससे रद्द करना आसान काम नहीं है. अभी तक केन्द्र सरकार ने पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान पर लगाम लगाने के जितने कदम उठाए है वो लिए नाकाफी है. यदि इस प्रकार का हमला कांग्रेस सरकार के दौरान होता तो नरेंद्र मोदी और नितिन गडकरी का क्या कहते और क्या करते ये पूरा देश जानता है. इसलिए केंद्र को कडे कदम उठाने की आवश्यकता है. इस चर्चा के दौरान संघ पर उठे एक सवाल पर उन्होनें कहा कि संघ हिंदुओं का संगठन नहीं है. वह केवल हिंदुओं का उपयोग उन्माद फैलाने के लिए कर रहा है. इस प्रकार का संगठन हिंदुओं का हो ही नहीं सकता है. उन्होनें कहा कि वे संघ के विरोधी नहीं है बल्कि संघ की उन्मादवादी विचारधारा के विरोधी है.
किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर उन्होनें कहा कि कमलनाथ की सरकार अपना वादा जरुर पूरा करेगी. कर्जमाफी की राशि अधिक होने की वजह से इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा. जहाँ तक बात भाजपा का इस मुद्दे पर विरोध का है तो यह पहले से ही पता था कि भाजपा खिसायनी बिल्ली की तरह व्यवहार करेगी.