शरद पवार ने निकाय चुनाव में प्रकाश अंबेडकर के साथ समझौते पर कहा, "कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना (यूबीटी) मिलकर लड़ें तो बेहतर है"

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 6, 2023 11:30 AM2023-03-06T11:30:11+5:302023-03-06T11:34:17+5:30

एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने आगामी निकाय चुनाव में उद्धव ठाकरे और प्रकाश अंबेडकर के बीच हुए समझौते पर कहा कि दोनों दलों के बातचीत में उनकी कोई भूमिका नहीं है।

It is better if Congress, NCP and Shiv Sena (UBT) fight elections together, says Sharad Pawar on agreement with Prakash Ambedkar in civic polls | शरद पवार ने निकाय चुनाव में प्रकाश अंबेडकर के साथ समझौते पर कहा, "कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना (यूबीटी) मिलकर लड़ें तो बेहतर है"

फाइल फोटो

Highlightsशरद पवार ने उद्धव ठाकरे और प्रकाश आंबेडकर के बीच हुए चुनावी समझौते से पल्ला झाड़ाशरद पवार ने कहा कि उनकी ठाकरे और आंबेडकर के बीच हुए समझौते में कोई भूमिका नहीं हैशरद पवार ने कहा कि चुनाव तो कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना (यूबीटी) को मिलकर लड़ना चाहिए

मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र के कई निकायों में होने वाले चुनाव के मद्देनजर कहा कि वह शिवसेना (यूबीटी) उद्धव ठाकरे और वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर के बीच हुई किसी भी तरह की बातचीत में शामिल नहीं हैं।

एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने बीते रविवार को कहा कि उन्होंने उद्धव ठाकरे और प्रकाश अंबेडकर के बीच हुए किसी भी तरह के चुनावी समझौते या बातचीत में किसी तरह की भूमिका नहीं निभाई है।

जब पत्रकारों ने पवार से पूछा कि क्या एनसीपी अंबेडकर की पार्टी के साथ समझौता करने के पक्ष में है। इसके जवाब में शरद पवार ने कहा, "मैं उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और प्रकाश आंबेडकर के बीच हुए बातचीत या समझौते की जानकारी नहीं रखता हूं  लेकिन जहां तक मेरा मानना है कि चुनाव तो कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना (यूबीटी) को ही मिलकर लड़ना चाहिए।"

वहीं शरद पवार के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रकाश अंबेडकर ने कहा, "चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है, इसलिए मुद्दे और बातें जल्द ही स्पष्ट हो जाएंगी। लेकिन यह तथ्य तो बिल्कुल सही है कि शिवसेना और हमारी पार्टी वंचित बहुजन अघाड़ी मिलकर संयुक्त रूप से चुनाव लड़ेंगे।"

मालूम हो कि इस साल 23 जनवरी को उद्धव ठाकरे की शिवसेना और वंचित बहुजन अघाड़ी के बीच महाराष्ट्र के कई शहरों में होने वाले निकाय चुनावों से पहले गठबंधन हुआ था। ठाकरे के इस कदम को राज्य के निकाय चुनावों से पहले दलितों के बीच अपने समर्थन को मजबूत करने के तौर पर देखा जा रहा है। लेकिन इस समझौते में एक पेंच है कि उद्धव ठाकरे की पार्टी महाविकास अघाड़ी की घटक है, जिसमें एनसीपी और कांग्रेस भी शामिल हैं। 

Web Title: It is better if Congress, NCP and Shiv Sena (UBT) fight elections together, says Sharad Pawar on agreement with Prakash Ambedkar in civic polls

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